BJP के साइबर वॉरियर्स की ट्रेनिंग : मिशन 2022 के लिए, CM योगी बोले- अब डिजिटल मीडिया बहुत सशक्त हो गया है
BJP के साइबर वॉरियर्स की ट्रेनिंग
आगामी विधान सभा चुनाव को देखते हुए उत्तर-प्रदेश में भाजपा अपने साइबर वॉरियर्स को ट्रेनिंग दे रही है। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शुक्रवार को यूपी भाजपा के IT एवं सोशल मीडिया विभाग की एक दिवसीय कार्यशाला हुई। यहां सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'हम अपनी बात को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने में में देरी करते हैं, मुहूर्त देखते हैं, मगर विपक्ष तुरंत पोस्ट करना शुरू कर देता है। हम उसपर सच्चाई नहीं बताते हैं। 90 फीसदी मामले, जो यूपी के नहीं होते हैं, उसपर भी देश-विदेश में लोग सोशल मीडिया पर चर्चा करते हैं'।
सीएम ने कहा कि हमारे राजनीतिक जीवन में प्रिंट मीडिया का बोल-बाला था, मगर उसके बाद जिस मीडिया ने अपनी धमक बनाई है, वह विजुअल मीडिया है।
भाजपा ने बनाया 1.15 लाख बूथों पर ह्वाट्सए ग्रुप : प्रदेश स्तर पर भाजपा ने सोशल मीडिया की टीम में 1 संयोजक और 4 सह संयोजक को नियुक्त किया है। भाजपा ने अपने सभी 6 क्षेत्रों में 1 संयोजक और 2 सह संयोजक सोशल मीडिया के लिए नियुक्त किया है। इसके अलावा भाजपा के संगठनात्मक 98 जिलों में 1 संयोजक और 2 सह संयोजक सोशल मीडिया टीम में होंगे। 1918 मंडलों में भी सोशल मीडिया संयोजकों की नियुक्ति की गई है। अभी तक प्रदेश के 1 लाख 15 हज़ार बूथों पर भाजपा ने एक-एक ह्वाट्सएप ग्रुप भी बना लिया है। भाजपा सोशल मीडिया की टीम वॉट्सऐप, फेसबुक, टेलीग्राम सहित दूसरे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ग्रुप बनाकर लगातार एक्टिव हैं। इसे आगे जल्द ही विस्तार दिया जाएगा।
विपक्ष को फैक्ट्स के साथ आक्रामक तरीके से जवाब दें : सीएम ने कहा कि जब पीएम लाभार्थियों से संवाद कर सकते है, तब हम क्यों नहीं -'हमारे जितने भी लाभार्थी हैं, उनसे आप सब बात करें। उसको रिकॉर्ड करें। छोटे-छोटे वीडियो बनाकर ह्वाट्सएप पर भेजें। आपका ट्वीट कम शब्दों में महत्वपूर्ण होना चाहिए। केंद्र सरकार का कोई ट्वीट है, तो सिर्फ रिट्वीट मत करिए, उनमें कुछ फैक्ट दीजिए। कोई बेरोजगारी को लेकर ट्वीट करता है, तो आप उसे बताइए कि 4 लाख से ज्यादा युवाओं को निष्पक्ष तरीके से नौकरी दी गई है। इसमें भतीजावाद नहीं किया। सरकार की तमाम योजनाएं है, उनकी लाभार्थियों की छोटी-छोटी बाइट लेकर उसका प्रचार करना चाहिए। विपक्ष का भी फैक्ट्स के साथ आक्रामक तरीके से जवाब दीजिए'।
CM योगी बोले- अब डिजिटल मीडिया बहुत सशक्त हो गया है : सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम जिस व्यवस्था में रहते है, वो लोकतांत्रिक व्यवस्था है -'लोकतंत्र में हर स्तंभ की व्यवस्था है। पिछले कुछ सालों में सबसे ज्यादा बदलाव चौथे स्तंभ में आया है। पहले डिजिटल मीडिया इतना सशक्त नहीं था। दो दशक पहले TV मीडिया आया। सोशल मीडिया का कोई माई-बाप नहीं है। अब यह युवा और पूरी व्यवस्था को प्रभावित करता है। इस बेलगाम घोड़े को नियंत्रित करने के लिए ट्रेनिंग बेहद जरूरी है। आज कल सूचनाएं सबसे पहले सोशल मीडिया पर आती हैं। देश का संसद शुरू होने से ठीक एक दिन पहले वाशिंगटन पोस्ट और विदेशी मीडिया में पेगासिस की खबरें आती हैं। उनके पास कोई आधार नहीं था, लेकिन उससे संसद प्रभावित हो रही है।
ये कार्यक्रम सिर्फ चुनाव को देखकर नहीं बल्कि, हमारी दिनचर्या में होना चाहिए। चुनाव के पहले राफेल का मुद्दा उछाला गया, मगर जनता ने नकार दिया। हालांकि, कुछ समय के लिए इस मुद्दे ने माहौल खराब किया। सोशल मीडिया वॉरियर्स की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। हम प्रोपोगेंडा नहीं बनाते, हम करके दिखाते हैं। हम देशहित और आनेवाली पीढ़ी के लिए काम करते हैं। मीडिया हमारे विपरीत खबरें चला रहा है, मगर हमें ईमानदारी से जवाब देना है'।
हमने 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की परिकल्पना को साकार किया : सीएम योगी ने कहा कि किसी ने सोचा था कि कश्मीर से धारा 370 हट सकती है? 'वोट बैंक सबको प्यारा था, मगर हमारे यशस्वी नेतृत्व ने इस धारा को समाप्त करके 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की परिकल्पना को साकार किया। हमें प्रो-एक्टिव और आक्रामक होना है। जवाब देने का इंतजार नहीं करना चाहिए। चुनाव प्रचार के दौरान जब मुझपर एक दिन का बैन लगा तब, मैंने अयोध्या में हनुमान जी का दर्शन का कार्यक्रम बनाया। रात 12 बजे वहां के एक दलित जाति के शख्स का फोन आया और उसने मुझे निमंत्रण दिया। उसके घर पहुंचा तो उसने बताया कि मैं बसपा का नेता था, मगर आपकी सरकार में मुझे आवास मिला, बैंक में एकाउंट खुला, गैस सिलेंडर मिला, बेटा ई-रिक्शा चलाता है। मुझे 5 योजनाएं उसने गिनाई जिसका फायदा उसको मिला है'।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ,दिनेश शर्मा,और प्रदेश महामंत्री सुनील बंसल भी मौजूद रहे।