सीएमओ डॉ. शैलेंद्र भटनागर अलग-अलग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का कर रहे निरीक्षण, पीएचसी प्रभारी मिले अनुपस्थित

स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के उद्देश्य से सीएमओ डॉ. शैलेंद्र भटनागर लगातार जिले भर के अलग-अलग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। बुधवार सुबह करीब 8:40 बजे सीएमओ फरधान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवकली पहुंच गए।

सीएमओ डॉ. शैलेंद्र भटनागर अलग-अलग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का कर रहे निरीक्षण, पीएचसी प्रभारी मिले अनुपस्थित
सीएमओ डॉ शैलेंद्र भटनागर ने लखीमपुर खीरी में देवकाली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का किया निरीक्षण

लखीमपुर खीरी जिले में बुधवार सुबह सीएमओ डॉ. शैलेंद्र भटनागर देवकली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे। निरीक्षण के समय पीएचसी प्रभारी सहित तीन कर्मचारी अनुपस्थित मिले। इन सभी से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। यहां से सीधे ओयल स्थित मदर्स एण्ड चाइल्ड हॉस्पिटल पहुंचे, जहां उन्होंने आरटीपीसीआर, बीएसएल-2 लैब का निरीक्षण किया। धीमी गति से चल रहे कार्य की प्रगति पर असंतोष व्यक्त किया और कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।

पीएचसी प्रभारी मिले अनुपस्थित : बता दें कि स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के उद्देश्य से सीएमओ डॉ. शैलेंद्र भटनागर लगातार जिले भर के अलग-अलग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। बुधवार सुबह करीब 8:40 बजे सीएमओ फरधान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवकली पहुंच गए। यहां पर उन्हें फार्मासिस्ट, सफाई कर्मचारी और चौकीदार उपस्थित, लेकिन यहां स्टाफ नर्स अर्चना गौतम, एलएचबी शैल कुमारी वर्मा और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इंचार्ज डॉ. सुधीर कुमार अनुपस्थित मिले। इन सभी से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।

मदर एण्ड चाइल्ड हॉस्पिटल का किया निरीक्षण : देवकली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने के बाद सीएमओ डॉ. शैलेंद्र भटनागर ओयल के मोतीपुर में स्थित मदर एण्ड चाइल्ड हॉस्पिटल पहुंचे। यहां पर उन्होंने आरटीपीसीआर जांच के लिए बनाई जा रही बीएसएल-2 लैब का निरीक्षण किया। धीमी गति से चल रहे कार्य पर असंतोष जाहिर कर कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। बता दें कि हॉस्पिटल में इस लैब के बन जाने के बाद जहां आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट एक दिन में ही मिल सकेगी तो वहीं आरटीपीसीआर जांच में लगने वाला समय और मैन पावर को भी कम किया जा सकेगा।