Narendra Giri Death case : महंत नरेंद्र गिरि को बाघंबरी मठ के बगीचे में दी गई भू-समाधि फांसी लगाने से महंत नरेंद्र गिरी की हुई थी मौत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को बाघंबरी गद्दी मठ में भू समाधि दी गई l उन्होंने अपने सुसाइड नोट में इसी जगह पर भू समाधि की इच्छा जताई थी l भारी संख्या में जुटे संतों ने उन्हें हाथ जोड़ कर विदाई दी l

Narendra Giri Death case : महंत नरेंद्र गिरि को बाघंबरी मठ के बगीचे में दी गई भू-समाधि फांसी लगाने से महंत नरेंद्र गिरी की हुई थी मौत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
महंत नरेंद्र गिरि को बाघंबरी मठ के बगीचे में दी गई भू-समाधि

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की फांसी पर लटकने से मौत हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक शरीर पर किसी और घाव के निशान नहीं हैं। महंत नरेंद्र गिरि को भू समाधि दे दी गई है l उनके पोस्टमार्टम में पुष्टि हुई है कि उनकी मौत दम फांसी लगाने की वजह से दम घुटने से हुई है l सोमवार को महंत नरेंद्र गिरि अपने कमरे में फांसी के फंद पर लटके पाए गए थे l उनका कमरा अंदर से बंद था l आगे की जांच के लिए उनका विसरा सुरक्षित रख लिया गया है.

भू समाधि देने की तैयारी।

मुख्य बातें

  • फांसी लगाने से महंत नरेंद्र गिरी की मौत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
  • पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी और जख्म के सबूत नहीं, दम घुटने से हुई मौत
  • विसरा को जांच के लिए सुरक्षित रखा गया।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को बाघंबरी गद्दी मठ में भू समाधि दी गई l उन्होंने अपने सुसाइड नोट में इसी जगह पर भू समाधि की इच्छा जताई थी l भारी संख्या में जुटे संतों ने उन्हें हाथ जोड़ कर विदाई दी l  भू समाधि के दौरान साधु को समाधि वाली स्थिति में बिठाकर ही उन्हें विदा दी जाती है l जिस मुद्रा में उन्हें बिठाया जाता है, उसे सिद्ध योग की मुद्रा कहा जाता है l आमतौर पर साधुओं को इसी मुद्रा में समाधि देते हैं l महंत नरेंद्र गिरि की भी इसी तरह समाधि दी गई है.

इस दौरान संत समाज और उनके शिष्य मौजदू रहे l महंत नरेंद्र गिरि सोमवार को संदिग्ध हालत में मृत पाए गए थे l उनके कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला था l सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि ने लिखा था कि 13 सिंतबर 2021 को मैं आत्महत्या करने जा रहा था l लेकिन हिम्मत नहीं कर पाया l आज जब हरिद्वार से सूचना मिली है कि एक दो दिन में आनंद गिरि कंम्प्यूटर के जरिए किसी महिला और लड़की के साथ गलत काम करते हुए फोटो वायरल कर देगा तो सोचा सफाई दूं मगर बदनामी का डर था l मैं जिस सम्मान से जी रहा हूं, तो बदनामी से मैं कैसे जिऊंगा.

आनंद गिरि को बताया मौत का जिम्मेदार : उन्होंने आगे लिखा आनंद गिरि का कहना है कि कहां तक सफाई देता रहूंगा l इससे दुखी होकर मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं l मेरी मौत का जिम्मेदार आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी हैं l प्रयागराज के सभी पुलिस अधिकारियों से मैं अनुरोध करता हूं कि उन पर एक्शन लिया जाए l मेरी मौत के जिम्मेदार उपरोक्त लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकी मेरी आत्मा को शांति मिले l

आनंद गिरी से 12 घंटे तक पूछताछ : मामले में आनंद गिरि और आद्या तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है l वहीं उनके चारों गनर से भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है l बता दें कि इस केस में नरेंद्र गिरी के शिष्य आनंद गिरी की गिरफ्तारी हुई जिसे दोपहर दो बजे अदालत में पेश किया जाएगा। उससे करीब 12 घंटे एसआईटी की टीम ने पूछताछ की थी और राज उगलवाने की कोशिश हुई। बताया जा रहा है कि उसने कहा कि हाल फिलहाल में उसका महंत जी से किसी तरह का विवाद नहीं था उसे जानबूझकर फंसाया गया है। आनंद गिरी ने बताया कि यह बात सच है कि कुछ मुद्दों पर उसका महंत जी से मतभेद था। लेकिन उसे दूर कर लिया गया था।

बलबीर गिरि को बनाया उत्तराधिकारी : महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में महंत बलबीर गिरि को उत्तराधिकारी बनाने की बात कही है l नरेंद्र गिरि की मौत के बाद महंत बलबीर गिरि ने कहा कि महंत जी के साथ जिन लोगों ने ये सब किया है, उन्हें हम अंदर भिजवा कर रहेंगे l हमें कानून पर पूरा भरोसा है l गुरुजी अपनी बातों को किसी को नहीं बताते थे l उन्हें पीड़ा होती थी, तो वे खुद सहन करते थे l किसी शिष्य को कुछ नहीं बताते थे.

पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट

  • नरेंद्र गिरी के गले पर रस्सी के निशान हैं
  • सांस रुकने से मौत हुई।
  • विसरा सुरक्षित रखा गया
  • सुसाइड नोट में वजहों का जिक्र

 पोस्टमार्टम में हुआ खुलासा  : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के पोस्टमार्टम के दौरान शुरुआती जांच में पता चला है कि उनकी मौत दम घुटने की वजह से हुई है. जानकारी के अनुसार आगे की जांच के लिए महंत नरेंद्र गिरि का विसरा सुरक्षित रखा गया है. पांच डॉक्टरों की टीम ने महंत नरेंद्र गिरि का पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम के पैनल में डॉक्टर लाल जी गौतम, डॉक्टर राजेश श्रीवास्तव, डॉक्टर अमित श्रीवास्तव, डॉक्टर बादल सिंह, डॉक्टर राजेश कुमार राय शामिल थे. इसी के साथ पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की गई है.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद अब सवाल यह है कि आखिर वो कौन सी वजह रही होगी जिसके बाद नरेंद्र गिरी ने अपनी जिंदगी को खत्म करने का फैसला किया। अगर सुसाइट नोट पर ध्यान दें तो नरेंद्र गिरी खास तौर पर तीन नामों का जिक्र करते हैं जिसमें आनंद गिरी का नाम प्रमुख तौर पर शामिल है। वो कहते हैं कि किस तरह से वो उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। सुसाइड नोट में अगर महंत नरेंद्र गिरी ने अपनी परेशानी का जिक्र किया तो आगे यह भी बताया था कि कैसे मठ के काम को आगे बढ़ाए जाने की जरूरत है। कुछ खास लोगों का जिक्र कर उन्हें मदद करने की बात भी कही गई थी।

महंत नरेंद्र गिरि के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे प्रयागराज पहुंचे महंत राम विलास वेदांती ने नए उत्तराधिकारी बलबीर गिरी पर बड़ा आरोप लगाया है l उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति का नाम सुसाइड नोट में उत्तराधिकारी के तौर पर है, ये उसी की साज़िश है l स्वयं महंत बनने के लिए दूसरों को फंसाने का षड्यंत्र किया गया है l ये सब गद्दी पर कब्जे के लिए किया गया है l  इस मामले की CBI जांच ज़रूरी है l