सीटीसीएस संस्था, लखनऊ द्वारा सोशल रिस्पांसिबिलिटी कार्यक्रम के तहत लखनऊ में कार्यक्रम आयोजित किया गया
सीटीसीएस संस्था, लखनऊ द्वारा चलाये जा रहे सोशल रिस्पांसिबिलिटी कार्यक्रम के तहत बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल, पल्टन छावनी, लखनऊ में कार्यक्रम आयोजित किया गया।
लखनऊ। सीटीसीएस संस्था, लखनऊ द्वारा चलाये जा रहे सोशल रिस्पांसिबिलिटी कार्यक्रम के तहत बाल निकुंज इंग्लिश स्कूल, पल्टन छावनी, लखनऊ में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि बाल निकुंज के एमडी एच.एन. जायसवाल व प्रिंसिपल रश्मि शुक्ला ने माँ सरस्वती का पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सीटीसीएस के फाउंडर/अध्यक्ष मनोज कुमार ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। विद्यालय के प्रबंधक ने सीटीसीएस संस्था द्वारा कराए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की और भविष्य के लिए प्रोत्साहन भी दिया।
सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम को दो चरणों में सम्पन्न किया गया जिसमें विद्यालय के प्राइमरी विंग के लगभग 300 बच्चों ने प्रतिभाग किया। एमिटी यूनिवर्सिटी, लखनऊ के तीनों प्रशिक्षणार्थी आकांक्षा जैन, सुश्री सौभाग्यवती एवं उरोज आलम ने सोशल रिस्पांसिबिलिटी प्रोग्राम की प्रोजेक्ट हेड अर्चना पाल के नेतृत्व में कार्यक्रम का संचालन करते हुए बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया।
साथ ही क्विज़ प्रतियोगिता, बूझो कौन प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत गायन, डांस, एक्टिंग इत्यादि में प्रतिभाग करने वाले बच्चों को सीटीसीएस संस्था द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। पुरस्कार जीतने वालों में श्रिया वर्मा, अयात फ़िरदौस, आकृति तिवारी, परी सिंह, अवनी गुप्ता, पूर्वी भारती, युवराज, श्रुति, तस्मिया सहित कई बच्चों ने सवालों का सही ज़वाब देकर पुरस्कार जीते।
सभी बच्चों ने अपनी गायन, डांस की धमाकेदार प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया और जमकर मस्ती की। सीटीसीएस संस्था की ओर से प्राइमरी विंग के सभी बच्चों को प्रमाण पत्र व उपहार देकर सम्मानित किया गया। संस्था द्वारा शिक्षकों का भी सम्मान किया गया।
कार्यक्रम के संचालन में सीटीसीएस के संस्थापक मनोज कुमार, मुख्य संरक्षक आलोक अग्रवाल, सचिव शम्भूशरण वर्मा, सोशल रिस्पांसिबिलिटी प्रोग्राम की प्रोजेक्ट हेड अर्चना पाल एवं एमिटी यूनिवर्सिटी के प्रशिक्षणार्थियों के अतिरिक्त विद्यालय प्रांगण के प्रबंधक, प्रधानाचार्या, एवं प्राइमरी विंग के समस्त शिक्षकों का सराहनीय सहयोग रहा।