पूर्व IPS अधिकारी रवींद्र नारायण रवि ने तमिलनाडु के राज्यपाल के रूप में शपथ ली, जानें कौन हैं राज्य के नए गवर्नर
69 वर्षीय रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी रवींद्र नारायण रवि नागालैंड के पूर्व राज्यपाल हैं l रवि को पहले नागा शांति वार्ता (Naga peace talks) के लिए केंद्र का वार्ताकार नियुक्त किया गया था.
पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्र नारायण रवि ने शनिवार को तमिलनाडु के राज्यपाल के रूप में शपथ ली l उन्होंने बनवारीलाल पुरोहित का स्थान लिया है, जिन्हें अब पंजाब का राज्यपाल नियुक्त किया गया है l मद्रास हाईकोर्ट (Madras High Court) के चीफ जस्टिस संजीब बनर्जी ने रवि को यहां राजभवन में एक आधिकारिक समारोह में शपथ दिलाई.
शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री एम के स्टालिन (M K Stalin), उनके मंत्रिमंडल सहयोगी, विपक्ष के नेता के. पलानीस्वामी और अन्य शामिल हुए l राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के पूर्व अधिकारी रवि को पिछले हफ्ते ही राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया था l इससे पहले रवि नगालैंड के राज्यपाल थे l उन्हें केंद्र ने नगा शांति वार्ता के लिए वार्ताकार भी नियुक्त किया था l शपथ ग्रहण समारोह के बाद स्टालिन ने राज्य विधानसभा अध्यक्ष एम अप्पावू और अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों का उन से परिचय करवाया l रवींद्र नारायण ने कहा कि मैं अपनी पूरी क्षमता और संविधान के दायरे में रहते हुए तमिलनाडु के लोगों की सेवा करने के लिए उत्सुक हूं l
कौन हैं रवींद्र नारायण रवि : 69 वर्षीय रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी रवींद्र नारायण रवि नागालैंड के पूर्व राज्यपाल हैं l रवि को पहले नागा शांति वार्ता (Naga peace talks) के लिए केंद्र का वार्ताकार नियुक्त किया गया था l टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, रवि को भारत के प्रति दुश्मनी रखने वाले विद्रोही समूहों को वार्ता की मेज पर लाने का श्रेय जाता है l नागा और भारत सरकार के बीच नागालैंड शांति समझौता अगस्त 2015 में उनके कार्यकाल के दौरान किया गया था.
राजभवन के एक नोट में कहा गया है कि रवींद्र नारायण रवि नागा शांति वार्ता के लिए केंद्र सरकार के वार्ताकार के रूप में अपनी जिम्मेदारी का अभी भी निर्वहन कर रहे हैं l द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें अक्टूबर 2018 में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया गया था. रवींद्र नारायण रवि का जन्म बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) में हुआ था. रवि 1976 में आईपीएस सेवा में शामिल हुए और अपने करियर की शुरुआत में केरल में सेवा दी l बाद में उन्हें सीबीआई और इंटेलिजेंस ब्यूरो में स्थानांतरित कर दिया गया l रवि ने प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त खुफिया समिति के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है