किसानों ने नोएडा में यमुना एक्सप्रेस-वे पूरी तरह बंद किया, एनसीआर में जगह-जगह लंबा जाम; कई ट्रेनें हुईं रद्द

नोएडा में धरने पर बैठे किसानों ने यमुना एक्सप्रेस-वे को पूरी तरह बंद कर दिया है l तीन कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बुलाए गए भारत बंद के चलते दिल्ली-एनसीआर के सभी प्रमुख रास्तों पर भारी जाम लगा है। दिल्ली से गाजियाबाद को जोड़ने वाले दो बॉर्डर पर किसानों ने सुबह 6 बजे से धरना शुरू कर दिया। वहीं, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे और गाजीपुर बॉर्डर को किसानों ने बंद कर दिया है।

किसानों ने नोएडा में यमुना एक्सप्रेस-वे पूरी तरह बंद किया, एनसीआर में जगह-जगह लंबा जाम; कई ट्रेनें हुईं रद्द
नोएडा में धरने पर बैठे किसानों ने यमुना एक्सप्रेस-वे को पूरी तरह बंद कर दिया

नोएडा में धरने पर बैठे किसानों ने यमुना एक्सप्रेस-वे को पूरी तरह बंद कर दिया है, जिस वजह से कई किमी लंबा जाम लग गया है। नोएडा के ही DND फ्लाईओवर पर एक से डेढ़ किमी लंबा जाम लगा है। यह हाईवे नोएडा को दिल्ली से जोड़ता है। साथ ही नोएडा से दिल्ली जाने वाले चिल्ला बॉर्डर पर भी करीब एक किमी लंबा जाम लगा हुआ है। नोएडा से गाजियाबाद को जोड़ने वाले रास्ते पर भी करीब एक किलोमीटर लंबा जाम लग गया है

दिल्ली से गुरुग्राम जाने वाले रास्ते पर रजोकरी बॉर्डर के पास जाम में सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। दिल्ली से अक्षरधाम मंदिर होते हुए गाजियाबाद आने वाली लेन पर भी भीषण जाम है। यहां गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने रास्ता बंद किया हुआ है।

DND फ्लाईओवर पर लगा भारी जाम

दिल्ली-एनसीआर के ये रास्ते प्रभावित : DND, गुरुग्राम-दिल्ली बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्ड, पंडित श्रीराम शर्मा मेट्रो स्टेशन, एनएच-9 पर सराय काले खां से लालकुआं गाजियाबाद की तरफ जाने वाली सड़क पर सुबह 8 बजे से जाम लगा हुआ है। इसके अलावा मुरादनगर, दुहाई, ईस्टर्न पेरीफेरल पुल आदि स्थानों पर किसान मौजूद हैं।

रेलवे ने ये ट्रेनें कीं रद्द

  • नई दिल्ली-अमृतसर- शान-ए-पंजाब रद्द
  • नई दिल्ली-मोगा- सुबह 7 बजे रद्द
  • पुरानी दिल्ली- पठानकोट रद्द
  • नई दिल्ली-अमृतसर सुबह 7 :20 शताब्दी रद्द
  • नई दिल्ली से सुबह 7:40 बजे चलने वाली कालका शताब्दी रद्द

इमरजेंसी और जरूरी सुविधाओं वाले वाहनों को छूट : भारतीय किसान यूनियन के एनसीआर के मुख्य महासचिव मांगेराम त्यागी ने बताया कि जिस वाहन को महिलाएं ड्राइव कर रही हैं, उन्हें नहीं रोका जा रहा है। इसके अलावा एंबुलेंस, स्कूली वाहन, फल-सब्जी और दूध, अंतिम यात्रा वाहन, स्वास्थ्यकर्मियों के वाहन नहीं रोके जा रहे हैं।

किसानों ने दिल्ली से यूपी आने वाला एक्सप्रेस-वे गाजीपुर बॉर्डर पर जाम किया।

मेरठ, गाजियाबाद, दिल्ली वाले इस रूट प्लान को देखकर निकलें : भारत बंद के मद्देनजर गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस ने आज का रूट डायवर्जन प्लान जारी कर दिया। ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि वह दिक्कतों से बचने के लिए डायवर्ट रूट पर ही सफर करें।

यूपी गेट बॉर्डर : दिल्ली से गाजियाबाद आने वाला समस्त ट्रैफिक महाराजपुर, सीमापुरी, तुलसी निकेतन होते हुए अपने गंतव्य को निकल रहा है।

लोनी बॉर्डर इंद्रापुरी : लोनी बॉर्डर से दिल्ली की तरफ जाने वाले समस्त वाहन लोनी तिराहा, टीला मोड़, भोपुरा होकर जा रहा है।

डासना पेरिफेरल इंटरचेंज

  • हापुड़ और गाजियाबाद से ट्रैफिक पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर नहीं जा रहा है। वाहन डासना-नोएडा होकर गंतव्य भेजे जा रहे हैं।
  • नोएडा से आने वाला ट्रैफिक गाजियाबाद की ओर उतरकर एनएच-9 दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे होकर जा रहा है।
  • दुहाई की तरफ से पेरिफेरल डासना की तरफ वाहन नहीं आ रहे हैं। ये वाहन एएलटी चौराहा, मेरठ तिराहा, नोएडा होते हुए निकल रहे हैं।

दुहाई पेरिफेरल इंटरचेंज

  • मेरठ की तरफ से आने वाला ट्रैफिक पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर नहीं चढ़ रहा है। यह ट्रैफिक एएलटी चौराहा, मेरठ तिराहा होकर निकाला जा रहा है।
  • बागपत की ओर से आने वाले वाहन दुहाई पेरिपेरल से नीचे उतारे जा रहे हैं और वाया एएलटी चौराहा गंतव्य को भेजे जा रहे हैं।
  • दुहाई से पेरिफेरल पर कोई भी वाहन डासना की तरफ नहीं चढ़ रहा है।

मेरठ-गाजियाबाद रूट

  • मेरठ से गाजियाबाद जाने वाला समस्त ट्रैफिक परतापुर से ही दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर मोड़ दिया जा रहा है।
  • मेरठ से आने वाला बाकी ट्रैफिक मोहिद्दीनपुर से खरखौदा-हापुड़ की तरफ भेजा जा रहा है।
  • गाजियाबाद से मेरठ जाने वाले सभी वाहन मुरादनगर गंगनहर से निवाड़ी की ओर भेजे जा रहे हैं।

विपक्षी दलों का बंद को समर्थन : भारत बंद को कांग्रेस, सपा, बसपा, आम आदमी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल, भीम आर्मी, स्टूडेंट फैडरेशन ऑफ इंडिया और आरजेडी आदि संगठनों ने समर्थन दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा के 40 घटक किसान संगठनों का दावा है कि विपक्षी दलों के अलावा राष्ट्रीय स्तर पर सभी व्यापारिक संगठनों, ट्रेड यूनियनों, ट्रांसपोर्ट यूनियनों, सफाई कर्मचारियों, आशा-आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और वकीलों का समर्थन मिल गया है।