सराफा की तीसरी मंजिल से गिरकर संदिग्ध मौत : बिना पोस्टमार्टम के शव का किया अंतिम संस्कार, बेटा बोला- शराब के नशे में धुत थे पिता
परिवार में उनकी पत्नी चंदा देवी के अलावा दो बेटे आकाश वर्मा और अभिषेक वर्मा व दोनों बेटों की पत्नी और दो बेटे रहते हैं। बड़े बेटे आकाश ने बताया कि पिता शराब के आदि थे। अक्सर शराब के नशे में परिवार में थोड़ा- बहुत विवाद करते रहते थे। मंगलवार की रात भी वह शराब के नशे में थे।
चर्चित सराफा व्यापारी मुन्नीलाल सराफ के प्रोपराइटर अजय वर्मा का मंगलवार की देर रात्रि बेटों से विवाद हो गया। विवाद के कुछ देर बाद घर की छत से संदिग्ध हालत में गिरने से उनकी मौत हो गई। घटना गोरखनाथ इलाके के हुमायुपुर तरंग ओवरब्रिज स्थित गोकुल अपार्टमेंट के सामने की है।
सूचना पर पहुंची पुलिस शव को बिना कब्जे में लिए ही वापस लौट गई। सुबह परिवार के लोगों ने आनन फानन में दाह संस्कार भी करा दिया। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि पुलिस ने न तो शव का पोस्टमार्टम कराया और न ही मामले में कोई कार्रवाही की। पुलिस का कहना है कि परिवार के किसी सदस्य ने तहरीर नहीं दी है। अगर कोई शिकायत आती है तो कार्रवाई की जाएगी।
शराब के नशे में थे बेटों से किया विवाद : गोरखनाथ इलाके के जटेपुर तरंग ओवरब्रिज स्थित गोकुल अपार्टमेंट के सामने रहने वाले अजय कुमार वर्मा की अलीनगर चौराहे पर मुन्नी सराफ के नाम से ज्वेलरी दुकान चलाते थे। उनकी शहर में एक नहीं बल्कि इसी नाम से अन्य कई प्रतिष्ठान भी है। परिवार में उनकी पत्नी चंदा देवी के अलावा दो बेटे आकाश वर्मा और अभिषेक वर्मा व दोनों बेटों की पत्नी और दो बेटे रहते हैं। बड़े बेटे आकाश ने बताया कि पिता शराब के आदि थे। अक्सर शराब के नशे में परिवार में थोड़ा- बहुत विवाद करते रहते थे। मंगलवार की रात भी वह शराब के नशे में थे। इस बीच देर रात करीब 12 बजे वह घर की तीसरी मंजिल पर गए और अचानक नशे में वह छत से नीचे गिर गए। जिससे उनकी मौत हो गई।
अक्सर होता था बेटों से विवाद : आकाश ने बताया कि पुलिस आई थी लेकिन किसी तरह का कोई संदिग्ध मामला नहीं था, इसलिए पोस्टमार्टम नहीं कराया गया। जबकि आसपास इसे लेकर तमाम तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं। कहा जा रहा है कि शराब के नशे में धुत पिता से अक्सर बेटों से विवाद होता रहता था। मंगलवार की रात भी परिवार में विवाद हो रहा था। इसी दौरान व्यापारी की घर के तीसरी मंजिल से गिरकर संदिग्ध मौत और फिर आनन फानन में अल सुबह दाह संस्कार करा देना कुछ और इशारा कर रहे हैं। इंस्पेक्टर गोरखनाथ रामाज्ञा सिंह का कहना है कि सूचना पर पुलिस पहुंची थी। परिवार की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली, इसलिए पोस्टमार्टम नहीं कराया गया। शिकायत मिलती तो कार्रवाई की जाती।