जेल में बंदियों ने पेश की सामाजिक सौहार्द की मिसाल
विदेशी बंदियों के साथ बंदियों, अफसरों ने खेली होली
लखनऊ। शाहजहांपुर जेल में होली का पर्व हर्षोल्लास एवं धूमधाम से मनाया गया। जिसमें समाज के हर समुदाय के बंदियों-हिंदू ,मुस्लिम, सिख ,इसाई तथा विदेशी बंदियों जिसमें अफ्रीकी एवं नेपाली बंदियों ने खुशी-खुशी स्वेच्छा से त्यौहार मनाया। और सभी एक दूसरे के गले मिले। सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों ने भी सभी बंदियों के गले मिलकर गुलाल लगाया।
गुलाल एवं रंग कारागार में ही उत्पादित सब्जियों जिसमें चुकंदर, पालक, हल्दी तथा फूलों में देशी गुलाब, मेरीगोल्ड, गुरमेख, रिंगिंग बेल आदि का प्रयोग कर प्राकृतिक एवं सुगंधित गुलाल एवं रंग कारागार में ही बंदियों द्वारा तैयार किए गए। जिनका प्रयोग होली मिलन समारोह में किया गया।
होली मिलन कार्यक्रम जेल अधीक्षक मिजाजी लाल के उपस्थित हो जाने के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ। सभी बंदी एवं अधिकारी व कर्मचारी पहले से ही कारागार में उपस्थित थे और होली मिलन समारोह का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। जेल अधीक्षक सभी अधिकारियों के साथ सभी बंदियों से गले मिले और होली की बधाई दी । बंदियों द्वारा भी जोश के साथ समारोह में शिरकत की तथा संगीत एवं होली के फाग के साथ सामूहिक नृत्य किया ।इस कार्यक्रम में सभी समुदाय के बंदियों एवं विदेशी बंदियों द्वारा खुशी में झूमते हुए भाग लिया।
इसके बाद सभी अधिकारी महिला बैंरक में गए। महिला बंदियों ने जेल अधीक्षक का एवं अन्य अधिकारियों का तिलक किया और फूलों की वर्षा करके उनका स्वागत किया। होली की शुभकामनाएं दी ।अधिकारियों द्वारा भी महिला बंदियों पर पुष्प वर्षा करके उनको होली की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर महिला बंदियों के साथ रह रहे बच्चों को गिफ्ट भेंट किया।महिला बंदियों के द्वारा संगीत एवं होली के गानों पर झूम-झूम कर नृत्य किया। सभी के द्वारा होली के त्यौहार को धूम धाम से मना कर यादगार बना दिया।
सभी महिला एवं पुरुष बंदियों द्वारा जेल प्रशासन की पूरी-पूरी प्रशंसा की और कहा कि जेल अधीक्षक मिजाजीलाल के आने के बाद कारागार का वातावरण ही खुशनुमा हो गया है। उनके द्वारा हम सभी का विशेष ध्यान रखा जा रहा है ।और हमें यह आभास होता है जैसे कि हम अपने परिवार में ही रह रहे हैं।