वाराणसी में NEET परीक्षा में हुआ था धांधली का प्रयास, पुलिस को है 20 आरोपियों की तलाश
इस प्रकरण में अब तक बीएचयू की मेडिकल छात्रा कुमारी जूली, व उसकी मां बबिता, ओसामा शाहिद, अभय कुमार मेहता, विकास महतो, राजू कुमार, नीलेश सिंह उर्फ प्रेम कुमार उर्फ PK, रितेश कुमार, तपन शाहा, कन्हैया लाल, क्रांति कौशल, गोपाल विश्वास व उसकी बेटी हिना विश्वास और वीरेंद्र कुमार वर्मा को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) में वाराणसी में धांधली के प्रयास के मामले में 1 डॉक्टर सहित 5 आरोपियों को अदालत ने भगोड़ा घोषित किया है। मंगलवार को वाराणसी की जिला अदालत में लंबी बहस के बाद डॉ. अफरोज, मुंतजिर, आशुतोष राज, दिव्य ज्योतिनाथ और मृत्युंजय देवनाथ के खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 82 के तहत कुर्की की उद्घोषणा की गई है। पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि आरोपियों के जिलों और राज्यों से संबंधित पुलिस को पत्र भेजकर कार्रवाई में सहयोग की मांग की गई है।
डॉक्टर के अधिवक्ता की दलील हुई खारिज : डॉ. अफरोज के अधिवक्ताओं द्वारा अदालत में यह तर्क दिया गया कि उच्च न्यायालय में उनके मुवक्किल की अग्रिम जमानत याचिका लंबित है। ऐसे में कुर्की की उद्घोषणा का आदेश नहीं दिया जा सकता है। इस पर अभियोजन की ओर से पूर्व में उच्च न्यायालय द्वारा इस तरह के प्रकरणों में दिए गए निर्णय की प्रति न्यायालय फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम के समक्ष प्रस्तुत की गई। पूर्व के निर्णयों के आधार पर फास्ट ट्रैक कोर्ट ने डॉ. अफरोज के अधिवक्ता की दलील को खारिज करते हुए उसके और 4 अन्य आरोपियों के खिलाफ कुर्की की उद्घोषणा का आदेश जारी किया।
UP सहित 3 राज्यों के हैं पांचों आरोपी : डॉ. अफरोज मूल रूप से बलरामपुर जिले के नई बाजार पुर्वा तुलसीपुर का रहने वाला है और फरार होने से पहले लखनऊ के कैसरबाग में रह रहा था। मुंतजिर आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर थाना के सरैया गांव का रहने वाला है। मृत्युंजय देवनाथ साउथ त्रिपुरा के गर्जनमुरा का रहने वाला है। दिव्य ज्योतिनाथ उर्फ देबू साउथ त्रिपुरा का रहने वाला है। आशुतोष राज उर्फ अंशू बेंगलुरू का रहने वाला है।
14 आरोपी गिरफ्तार हुए, 20 की तलाश : इस प्रकरण में अब तक बीएचयू की मेडिकल छात्रा कुमारी जूली, व उसकी मां बबिता, ओसामा शाहिद, अभय कुमार मेहता, विकास महतो, राजू कुमार, नीलेश सिंह उर्फ प्रेम कुमार उर्फ PK, रितेश कुमार, तपन शाहा, कन्हैया लाल, क्रांति कौशल, गोपाल विश्वास व उसकी बेटी हिना विश्वास और वीरेंद्र कुमार वर्मा को गिरफ्तार किया जा चुका है।
वहीं, मृत्युंजय देवनाथ, दिव्य ज्योतिनाथ उर्फ देबू, आशुतोष राज, मुंतजिर, डॉ अफरोज, प्रवीण, प्रमोद, हामिद रजा, साइबर कैफे संचालक कोटा, पीयूष, चंदन, संजीव, डॉ. गणेश, डॉ. गुरु प्रसाद, डॉ. प्रिया, प्रदीप्तो भौमिक, अंकुर, देवी प्रसाद राय उर्फ यश, सुरेंद्र प्रताप सिंह और पंकज शर्मा की पुलिस को तलाश है। पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि वांछित 20 आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच सहित पुलिस की 4 टीमें लगाई गई हैं।
4 माह पहले हुआ था साजिश का भंडाफोड़ : सारनाथ स्थित एक निजी स्कूल में 12 सितंबर 2021 को NEET-UG की परीक्षा के दौरान सॉल्वर गैंग की साजिश का भंडाफोड़ हुआ था। क्राइम ब्रांच ने हिना विश्वास की जगह परीक्षा दे रही बीएचयू की छात्रा जूली कुमारी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद एक-एक कर 14 आरोपी सहित सॉल्वर गैंग का सरगना नीलेश सिंह उर्फ प्रेम कुमार उर्फ PK भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कमिश्नरेट की पुलिस इस प्रकरण से जुड़े एक भी आरोपी को नहीं छोड़ेगी।