आगरा में इंस्पेक्टर पर 1 लाख रिश्वत का आरोप : आरोपी पक्ष ने की अधिकारियों से शिकायत ऑडियो किये वायरल, इंस्पेक्टर ने कहा अपराधी हैं वो
अशोक यादव पर आठ मुकदमे दर्ज हैं। देवेंद्र पर आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे हैं। अशोक बैंक डकैती में नामजद होने के बाद बर्खास्त हुआ था। जो भी ऑडियो हैं अगर उनमें या कही और मैं रिश्वत की बात कर रहा होऊं तो त्यागपत्र दे दूँगा। सभी आरोप निराधार हैं और जानबूझकर दबाव बनाने के लिए ऐसा किया गया है।
आगरा के थाना चित्रहाट इंस्पेक्टर पर युवती के अपहरण में आरोपी को बचाने के लिए एक लाख रिश्वत मांगने और न देने पर निर्दोष को जेल भेजने का आरोप लगा है। शिकायतकर्ता ने आला अधिकारियों को बातचीत के ऑडियो देकर कार्रवाई की मांग की है। आला अधिकारियों द्वारा जांच का आश्वासन दिया गया है। इंस्पेक्टर का कहना है की आरोपी पक्ष अपराधी किस्म के हैं। रिश्वत मांगने का आरोप निराधार हैं। दबाव बनाने के लिए जानबूझकर इस तरह की हरकत कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक थाना चित्रहाट क्षेत्र के निवासी अशोक यादव व उनके पुत्र देवेंद्र ने एसएसपी, आईजी और एडीजी को शिकायत की है की उनके नाबालिग बेटे के ऊपर एक 22 वर्षीय युवती ने अपहरण का झूठा आरोप लगाया था। युवती मथुरा में अकेले घूमती हुई बरामद की गई थी। उक्त मामले में उनके नाबालिग पुत्र और दिल्ली में नर्स बेटी को फंसाया जा रहा था। हमने नर्स बेटी के घटना के समय ड्यूटी पर होने के सीसीटीवी फुटेज दिए थे। इंस्पेक्टर चित्रहाट महेंद्र भदौरिया मुकदमा खत्म करने के लिए एक लाख रुपये रिश्वत मांग रहे थे और न देने पर उन्होंने निर्दोष बेटे को जेल भेज दिया है। आईजी निचिकेता झा ने जांच कर कार्यवाई का आश्वासन दिया है।
इंस्पेक्टर ने कहा दोषी पाया जाऊं तो दूंगा त्यागपत्र : मामले के बारे में इंस्पेक्टर महेंद्र भदौरिया का कहना है की वो लोग अपराधी किस्म के हैं। अशोक यादव पर आठ मुकदमे दर्ज हैं। देवेंद्र पर आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे हैं। अशोक बैंक डकैती में नामजद होने के बाद बर्खास्त हुआ था। जो भी ऑडियो हैं अगर उनमें या कही और मैं रिश्वत की बात कर रहा होऊं तो त्यागपत्र दे दूँगा। सभी आरोप निराधार हैं और जानबूझकर दबाव बनाने के लिए ऐसा किया गया है।
यह हैं बातचीत के अंश : ऑडियो रिकार्डिंग में इंस्पेक्टर दीपक यादव से सामान(तमंचा) मांग रहे हैं और दीपक एक जंग लगा तमंचा होने की बात कह रहा है। इसके साथ ही दूसरी ऑडियो में इंस्पेक्टर दीपक से भाई को थाने भेजने और उसके द्वारा पीड़िता को न जानने और मतलब न होने का बयान देने की बात समझा रहे हैं। एक ऑडियो में वो उनका काम कर देने की बात कह रहे हैं और उसके अन्य नेताओं से शिकायत करने पर गुस्सा जता रहे हैं।