तमिलनाडु के 4 टप्पेबाज गिरफ्तार : वाराणसी का 1 ऑटो चालक था सहयोगी; 275 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद दबोचे गए
16 सितंबर को पांडेयपुर चौराहा के समीप CA शशिकांत की कार रुकवा कर उससे मोबिल गिरने की बात एक युवक ने कही। शशिकांत और उनका ड्राइवर कार से नीचे उतरे और बोनट खोले। इसी बीच कार की पिछली सीट पर रखा उनका बैग लेकर युवक भाग निकला। बैग में लगभग 4 लाख रुपए मूल्य के जेवर थे। टप्पेबाजी की यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी।
वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस ने तमिलनाडु के मूल निवासी व नई दिल्ली में रहने वाले 4 टप्पेबाजों और उनके सहयोगी 1 ऑटो चालक को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह वाहन का टायर पंक्चर होने या फिर मोबिल गिरने की बात कह कर रुपए और जेवर लेकर भाग निकलता था। वाराणसी सहित आसपास के अन्य जिलों में टप्पेबाजों के इस गिरोह ने आतंक मचा रखा था। 275 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद गिरफ्त में आए पांचों टप्पेबाजों से फिलहाल लालपुर पांडेयपुर थाने में पूछताछ जारी है।
पूछताछ में पांचों ने वाराणसी में टप्पेबाजी की 6 घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है। पांचों के पास से रुपए और जेवर बरामद कर उन्हें आज अदालत में पेश किया जाएगा।
CA से टप्पेबाजी के बाद गठित हुई थी टीम : बीती 16 सितंबर को पांडेयपुर चौराहा के समीप CA शशिकांत की कार रुकवा कर उससे मोबिल गिरने की बात एक युवक ने कही। शशिकांत और उनका ड्राइवर कार से नीचे उतरे और बोनट खोले। इसी बीच कार की पिछली सीट पर रखा उनका बैग लेकर युवक भाग निकला। बैग में लगभग 4 लाख रुपए मूल्य के जेवर थे। टप्पेबाजी की यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। गणेश ने टीम गठित कर टप्पेबाजों को पकड़ने का टॉस्क दिया। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के सहारे पुलिस आदमपुर थाना के प्रहलाद घाट निवासी ऑटो चालक राजेश यादव तक पहुंची और फिर चारों टप्पेबाजी पकड़े गए।
चारों ने बताया कि वह तमिलनाडु के मूल निवासी विजय, गोपी, संतोष और सूरज हैं। वर्तमान में चारों नई दिल्ली के आंबेडकर नगर थाना अंतर्गत मदनगिरी में रहते हैं। मदनगिरी से वाराणसी और आसपास के जिलो में आकर सभी टप्पेबाजी करते हैं। इसके बाद वापस लौट जाते हैं और थोड़े अंतराल के बाद फिर आते हैं।
कैसे करते हैं टप्पेबाजी, समझें ऐसे
- किसी भी शहर में जाकर किराये पर कमरा लेते हैं और साथ में अपने परिवार की ही महिला को खाना बनाने के लिए रखते हैं।
- 2-3 दिन अलग-अलग ऑटो से घूम कर किसी ऑटो चालक को सेट करते हैं। इसके बाद फिर उसी के ऑटो से रेकी करते हैं।
- चारपहिया वाहन में सवार बुजुर्ग या महिला को टारगेट करते हैं। टप्पेबाजी में जो माल मिलता है उसका एक हिस्सा ऑटो चालक को भी देते हैं।
- टप्पेबाजी में हाथ लगा मोबाइल और लैपटॉप फेंक देते हैं। कैमरे के सामने न आने का हरसंभव प्रयास होता है।
- अपने साथ कभी पिस्टल या तमंचा और चाकू वगैरह लेकर नहीं चलते हैं।
लगेगा गैंगेस्टर, लोग ध्यान दें पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने दैनिक भास्कर को बताया कि पांचों से अच्छी रिकवरी हुई है। पांचों की करतूतों को देख इनके खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई की जाएगी। इनके बारे में आसपास के सभी जिलों की पुलिस से सूचना साझा की जाएगी। हमारी अपील है कि यदि किसी से भी कोई यह कहे कि आपके वाहन से मोबिल गिर रहा है, धुआं उठ रहा है या गेट के पास पैसा गिरा है तो तत्काल सतर्क हो जाएं। वाहन का शीशा बंद करके और उसे लॉक करके ही नीचे उतरें। |