सेवानिवृत्त अफसर बने चीनी मिलों के संविदा जीएम : एक लाख मानदेय के साथ उपलब्ध कराई गई सरकारी सुविधाये
अस्थाई नियुक्ति से पहले शुगर फेडरेशन के चेयरमैन एसीएस गन्ना संजय भुसरेड्डी के अनुमोदन पर रिटायर संयुक्त प्रबंध निदेशक आरपी सिंह, प्रधान प्रबंधक हर्ष वर्धन कौशिक को पहले तीन माह के लिए अस्थायी नियुक्ति दी फिर उसका लगातार बढाकर बनाये रखा है।
लखनऊ। रिटायर अधिकारी को एक लाख रुपये प्रतिमाह के वेतन पर पहले संविदा पर नौकरी दी गयी। यही नहीं संविदा पर रखे गए इस अधिकारी को वह समस्त सुविधाये मुहैया कराई गई है जो एक नियमित अधिकारी को दी जाती है। यह कारनामा उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल संघ के अधिकारियों ने शासन में बैठे आला अफसर के निर्देश पर कर दिखाया। ऐसा तब हुआ जब संघ के अधिकारी लंबे समय से प्रोन्नति की आस लगाए बैठे हुए है।
उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल संघ में दर्जनों की संख्या में अधिकारी बीते पांच साल से प्रोन्नति की आस में है। अपर मुख्य सचिव गन्ना संजय भुसरेड्डी के कार्यकाल मे फेडरेशन के अधिकारियों को प्रोन्नत नही प्रदान की गई है। प्रोन्नति नही मिलने से दर्जनों अधिकारी रिटायर हो गए। अधिकारियों के लगातार रिटायर होने से संघ में अधिकारियों का टोटा पड़ गया है। इस कमी को पूरा करने के साथ निजी स्वार्थों की खातिर एसीएस गन्ना ने संघ में रिटायर अधिकारियों को संविदा पर नियुक्त कर सरकारी राजस्व को चुना लगा रहे है।
इस कड़ी में अभी हाल ही में रिटायर राजेश गुप्ता को रुद्र बिलास किसान सहकारी चीनी मिल बिलासपुर (रामपुर) का प्रधान प्रबंधक (संविदा) पर नियुक्त किया गया है। प्राधिकारी के अनुमोदन पर अस्थाई तौर पर नियुक्त किये गए इस प्रधान प्रबंधक को मानदेय के रूप में प्रतिमाह एक लाख रुपये दिया जाएगा। इसके साथ ही प्रधान प्रबंध (संविदा) को संविदा की अवधि में विभागीय हित का हवाला देते हुए समकक्षीय अधिकारी के समान यात्रा भत्ता, मोबाइल की सुविधा, वाहन तथा कार्यालय में कार्य करने के लिए अन्य सामान्य सुविधाये उपलब्ध कराए जाने का निर्देश दिया गया है। मिल का प्रशासनिक नियंत्रण भी संविदा पर नियुक्त अधिकारी के पास रहेगा।
सूत्रों का कहना है कि इस अस्थाई नियुक्ति से पहले शुगर फेडरेशन के चेयरमैन एसीएस गन्ना संजय भुसरेड्डी के अनुमोदन पर रिटायर संयुक्त प्रबंध निदेशक आरपी सिंह, प्रधान प्रबंधक हर्ष वर्धन कौशिक को पहले तीन माह के लिए अस्थायी नियुक्ति दी फिर उसका लगातार बढाकर बनाये रखा है। दिलचस्प बात यह है कि रिटायर कौशिक से चीनी व शीरा बिक्री का महत्वपूर्ण कार्य कराया जा रहा है। उधर इस संबंध में अपर मुख्य सचिव गन्ना संजय भुसरेड्डी कहते है कि मैं आपका जवाबदेह नही हूँ। मुझसे जब पूछा जाएगा मैं जबाब दे दूंगा.
रिटायर अफसरों के भरोसे शुगर फेडरेशन ! लखनऊ। शुगर फेडरेशन रिटायर अधिकारियों के भरोसे चल रहा है। यह बात सुनने में भले ही अटपटी लगे लेकिन सच है। निजी स्वार्थों की खातिर एसीएस गन्ना ने संघ के सेवानिवृत्त अधिकारियों के साथ अन्य विभाग के पीसीएस अधिकारियों को फेडरेशन में अस्थाई नियुक्ति देकर एडजस्ट कर दिया। गन्ना विभाग से रिटायर हुए उप गन्ना आयुक्त शेर बहादुर को नानपारा चीनी मिल को जीएम नियुक्त कर दिया। दिलचस्प बात यह है कि मिल के संरक्षक (डीएम) ने नियमो को ताख पर रखकर वित्तीय अधिकार तक दे दिए है। फेडरेशन में करीब आधा दर्जन सेवानिवृत्त होने के बाद भी काम कर रहे है। फेडरेशन मुख्यालय में लगी संयुक्त प्रबंध निदेशक की दो नेम प्लेट खुद ही इस सच को प्रमाणित कर रही है। |
राकेश यादव
स्वतंत्र पत्रकार
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