एनएमओपीएस पूरे देश में चलाएगा वोट फॉर ओपीएस अभियान

पुरानी पेंशन को लेकर लिखा राजनीतिक दलों को पत्र एनएमओपीएस और अटेवा द्वारा किये जा रहे आंदोलन के कारण ही आज राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, हिमाचल प्रदेश में शिक्षकों, कर्मचारियों व अधिकारियों को पुरानी पेंशन का लाभ मिल रहा है

एनएमओपीएस पूरे देश में चलाएगा वोट फॉर ओपीएस अभियान
वोट फॉर ओपीएस अभियान

लखनऊ। नेशनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) पूरे देश में वोट फॉर ओपीएस अभियान चलाएगा। संगठन ने इसके लिए देश के प्रमुख राजनीतिक दलों को लिखा गया पत्र/ पुरानी पेंशन की बहाली और निजीकरण के समाप्ति को घोषणा पत्र में रखने की अपील की गई है। मांग पूरी नहीं होने पर इसके लिए अभियान चलेगा।

नेशनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ राजेश कुमार ने बताया कि एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु द्वारा लोकसभा चुनाव 2024 में राजनैतिक दलों के घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन की बहाली और निजीकरण की समाप्ति को स्थान देने के लिये देश के प्रमुख दलों को पत्र लिखकर मांग की गई है। श्री बन्धु ने कहा कि एनएमओपीएस और अटेवा द्वारा किये जा रहे आंदोलन के कारण ही आज राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, हिमाचल प्रदेश में शिक्षकों, कर्मचारियों व अधिकारियों को पुरानी पेंशन का लाभ मिल रहा है। लोकसभा चुनावों में पुरानी पेंशन की बहाली व निजीकरण की समाप्ति एक अहम मुद्दा साबित होगा इसलिए सभी राजनैतिक दल पुरानी पेंशन बहाली और निजीकरण के समाप्ति को अपने घोषणा पत्र में प्रमुख स्थान दें क्योंकि अब शिक्षक व कर्मचारी अपने मुद्दे पर वोट करने के लिये तत्पर है।

राष्ट्रीय सचिव एवं प्रदेश महामंत्री डॉ नीरजपति त्रिपाठी ने बताया कि देशभर में एनपीएस के कर्मचारी लगभग एक करोड़ शिक्षक व कर्मचारी हैं और एक करोड़ लोगो के परिवार के पांच वोट को जोड़ लिया जाए तो लगभग 5 करोड़ वोट है और एक-एक शिक्षक कर्मचारी कम से कम पांच वोट और तैयार करेगा। यह संख्या 10 करोड़ के आसपास जाएगी जो किसी भी परिणाम को बदलने की क्षमता रखता है। देश भर में वोट फॉर ओपीएस का अभियान जारी है और उसे और तेज किया जाएगा और शिक्षकों कर्मचारियों के अलावा भी सभी से अपील की जा रही है, कि जाति, धर्म छोड़कर के मुद्दों पर वोट डालें तभी लोगों का और इस देश के प्रजातंत्र का भला होगा।