लखनऊ में कूरियर डिलीवरी मैन ने चुराए लाखों के जेवर : घर की फर्श खोदकर दबा दिए थे जेवर; हजरतगंज स्थित एक ज्वेलरी शोरूम में करनी थी डिलीवरी
डीसीपी मध्य अपर्णा गौतम ने बताया कि गिरफ्तार कूरियर कंपनी का पूर्व कर्मी राजू तिवारी और उसका भाई शुभम सीतापुर लहरपुर के भदफर गांव में रहते हैं। इनके खिलाफ सीतापुर में भी मुकदमा दर्ज है। इनके पास से 59 हीरे और सोने के जेवर बरामद हुए हैं। बरामद ज्वेलरी की कीमत करीब 10 लाख रुपए है। इसके अलावा एक तमंचा, दो कारतूस और दो हजार रुपए भी बरामद हुए हैं।
लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने ब्लू डॉर्ट एक्सप्रेस लिमिटेड कूरियर कंपनी के पूर्व कर्मचारी समेत 2 लोगों को सोमवार दोपहर गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी सगे भाई हैं। इन पर लाखों के जेवर चोरी करने का आरोप है। दोनों भाइयों ने वारदात के बाद जेवर घर की फर्श खोदकर दबा दिए थे।
डीसीपी मध्य अपर्णा गौतम ने बताया कि गिरफ्तार कूरियर कंपनी का पूर्व कर्मी राजू तिवारी और उसका भाई शुभम सीतापुर लहरपुर के भदफर गांव में रहते हैं। इनके खिलाफ सीतापुर में भी मुकदमा दर्ज है। इनके पास से 59 हीरे और सोने के जेवर बरामद हुए हैं। बरामद ज्वेलरी की कीमत करीब 10 लाख रुपए है। इसके अलावा एक तमंचा, दो कारतूस और दो हजार रुपए भी बरामद हुए हैं।
तीन महीने पहले छोड़ी थी नौकरी : हजरतगंज इस्पेक्टर श्याम बाबू शुक्ल ने बताया कि दोनों शातिर भाइयों ने वारदात के बाद जेवर घर की फर्श खोदकर दबा दिए थे। आजकल दोनों बाराबंकी के फतेपुर पुरछेदा में किराए पर रहते हैं। राजू पहले इसी कंपनी में नौकरी करता था। 3 महीने पहले ही उसने नौकरी छोड़ दी थी। वह लोडिंग और अन-लोडिंग का काम करता था। इसलिए उसको डिलीवरी के बारे में जानकारी थी। इसी का फायदा उठाकर उसने घटना को अंजाम दिया।
सहारा गंज मॉल के पास स्थित एक दुकान में करनी थी डिलीवरी : पुलिस के मुताबिक 30 दिसंबर को सहारा गंज मॉल के पास स्थित एक ज्वेलरी की दुकान में जेवर डिलीवरी करने कंपनी के कर्मचारी गए थे। चालक और कर्मचारियों ने सहारा गंज के पास गाड़ी रोक दी। चालक गाड़ी से उतर कर बाहर खड़ा था। कर्मचारी डिलीवरी देने गया था। उसी समय राजू अपने भाई शुभम के साथ पहुंचा। उसको कंपनी के पैकेट की कोडिंग के बारे में जानकारी थी। उसने कोडिंग देखकर जेवर वाला पैकेट उठा लिया और भाग निकला। कंपनी के लोग जब ज्वेलरी शोरूम पर डिलीवरी लेकर पहुंचे, तो पैकेट गायब था। पैकेट में हीरे और सोने के जेवर थे। इसके बाद कंपनी के हिमांशु मिश्र ने तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर संदिग्ध लोगों की तलाश की जा रही थी।