मंदिर में भिखारिन की नाबालिग बच्ची के साथ अश्लीलता की घटना सीसीटीवी में कैद, आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार मां बेटी भीख मांग कर नागेश्वर मंदिर के सामने फुटपाथ पर रहकर व्यापारियों के गढ़ में पैसा पाकर पेट पाल रही थी। व्यापारियों का क्षेत्र होने के कारण लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त था। कुछ व्यापारियों ने बताया कि मंदिर में लगे सीसीटीवी से घटना कैद हो गई।
कानपुर : कलेक्टरगंज थानाक्षेत्र अंतर्गत मंदिर में भिखारिन की नाबालिग बच्ची के साथ छेड़खानी और अश्लीलता करने की शर्मनाक हरकत सीसीटीवी में कैद हो गई। घटना को अंजाम देकर आरोपी मौके से भाग निकला। करीब एक माह बाद वह जब दोबारा लौटा तो पीड़ित की मां ने शोर मचाते हुए उसे पहचान लिया। जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उसे दबोच कर पिटाई करने के बाद पुलिस को सौंप दिया। जहां पुलिस ने घटना का खुलासा कर उसे जेल भेज दिया। इस घटना से लोगों में आरोपी के द्वारा की गई शर्मनाक हरकत से भारी आक्रोश व्याप्त है।
इस मामले में सहायक पुलिस आयुक्त कलक्टरगंज तेज बहादुर सिंह ने बताया कि नागेश्वर मंदिर नयागंज के सामने एक भीख मांगने वाली महिला अपनी नाबालिग बच्ची के साथ सो रही थी। इस दौरान ई-रिक्शा चलाने वाला अनुज शर्मा देर रात फुटपाथ पर सो रही बच्ची के साथ अश्लीलता और छेड़खानी की थी।
बच्ची ने मामले की जानकारी अपनी मां को दी तो उन्होंने वहां आसपास के लोगों और मंदिर प्रबंधन से ई-रिक्शा चालक की शिकायत की थी। इसके बाद ई-रिक्शा चालक वहां से भाग निकला था। एक महीने बाद रविवार को फिर मंदिर के पास पहुंचा तो भिखारिन ने शोर मचाते हुए दबोच लिया। भीड़ ने उसे दबोचकर जमकर पीटा। इसके बाद कलेक्टरगंज थाने की पुलिस के हवाले कर दिया।
रिक्शा चालक अनुज के खिलाफ छेड़खानी, पॉक्सो एक्ट समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करने की कार्रवाई की गई। एसीपी ने बताया कि मंदिर के बाहर भीख मांगने वाली महिला की बच्ची से अश्लीलता की बात पता चली तो वह लोग लगातार आरोपी की तलाश में जुटे थे। एसीपी के अनुसार आरोपी ने भिखारिन की नाबालिग बच्चों को नहीं बख्शा जिसके बाद लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त था।
मां बेटी भीख मांग कर पाल रहे पेट : पुलिस के अनुसार मां बेटी भीख मांग कर नागेश्वर मंदिर के सामने फुटपाथ पर रहकर व्यापारियों के गढ़ में पैसा पाकर पेट पाल रही थी। व्यापारियों का क्षेत्र होने के कारण लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त था। कुछ व्यापारियों ने बताया कि मंदिर में लगे सीसीटीवी से घटना कैद हो गई। नहीं तो कभी भी नाबालिग को इंसाफ नहीं मिल पाता।