उत्तर प्रदेश के इन शहरों में चलने जा रही हैं यूपीएसआरटीसी की इलेक्ट्रिक बसें, जान लीजिए किराया और सुविधाएं
उत्तर प्रदेश के दो शहरों के चुनिंदा रूटों पर जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें फर्राटा भरती हुई नजर आने वाली हैं. इन बसों को पायलट परियोजना के हिस्से के रूप में शुरू किया जाएगा. इसके बाद इनको प्रदेश के अलग-अलग जिलों में चलाया जाएगा l
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम 100 इलेक्ट्रिक बसें लॉन्च करने जा रही है. सब कुछ ठीक रहा तो ये बसें पायलट परियोजना के हिस्से के रूप में लखनऊ और गाजियाबाद में चुनिंदा मार्गों पर चलाई जाएंगी. यह पहल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नागरिकों की सुविधा के साथ-साथ पर्यावरण की बेहतरी के लिए राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों के संचालन की दिशा में जोर देने के साथ जुड़ी हुई है.
2 शहर लखनऊ और गाजियाबाद को पायलट प्रोजेक्ट के पहले चरण के लिए चुना गया है. जिसे बाद में अन्य शहरों में विस्तारित किया जाएगा. इसके अलावा, राज्य परिवहन विभाग सार्वजनिक बसों में सफर करने वालों के लिए यात्रा को और ज्यादा किफायती बनाने पर काम कर रहा है. अब तक, एसी बसों के लिए 2X2 बैठने की व्यवस्था थी लेकिन अब नए अनुबंध बस योजना के तहत 3X2 बैठने की नई व्यवस्था के साथ बस सेवा को अनुबंधित करने की योजना है.
3X2 बैठने की क्षमता वाली बसों का किराया 1.63 रुपये प्रति किमी होगा, जबकि 2X2 बैठने की व्यवस्था वाली बसों का किराया 1.93 रुपये प्रति किमी होगा। पहले वाली व्यवस्था से प्रति किलोमीटर करीब 30 पैसे का अंतर आएगा, जिससे लोगों के लिए एसी बसें और सस्ती हो जाएंगी. इससे पहले सामान्य और एसी बसों सहित 1235 बसों को आशय पत्र जारी किए गए थे, जिनमें से 770 बसों का संचालन क्षेत्रों में शुरू हो चुका है.
अक्टूबर 2022 में शुरू हुई EV नीति इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की बात करें तो, उत्तर प्रदेश ने बैटरी चलित वाहनों को अपनाने की रफ्तार को और तेज करने के लिए अक्तूबर 2022 में अपनी ईवी नीति शुरू की. नई नीति के प्रभावी अवधि के पहले तीन वर्षों के दौरान ईवी के सभी सेगमेंट की खरीद पर ऑन-रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन फीस (पंजीकरण शुल्क) पर 100 प्रतिशत की छूट दी जा रही है. |