लाखों रुपये वसूलने वाले गिरोह का पर्दाफाश : परिवहन मंत्री का करीबी बता लोगों को फंसाता था, तीन लाख रुपये में दिलाता था नौकरी

पुलिस टीम के मुताबिक आरोपी ने कुबूल किया कि उसने स्थायी परिचालक की नौकरी के लिए तीन लाख रुपये में सौदा किया था। जिसमें एक लाख रुपये एडवांस लिया था। बाकी दो लाख रुपये नियुक्ति पत्र देने के समय लेने की बात कही थी।

लाखों रुपये वसूलने वाले गिरोह का पर्दाफाश : परिवहन मंत्री का करीबी बता लोगों को फंसाता था, तीन लाख रुपये में दिलाता था नौकरी
पकड़ा गया आरोपी अनूप दुबे

लखनऊ : एसटीएफ ने परिवहन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है। इस गिरोह के एक सदस्य को सोमवार देर शाम को बीबीडी इलाके से दबोच लिया गया है। पकड़े गये आरोपी के पास से परिवहन विभाग के कूट रचित दो नियुक्ति पत्र बरामद हुए हैं। टीम के मुताबिक आरोपी खुद को परिवहन मंत्री का करीबी बताकर लोगों से ठगी करता था।

एसटीएफ डिप्टी एसपी धर्मेश कुमार शाही के मुताबिक पकड़ा गया आरोपी अनूप दुबे मूलरूप से कुशीनगर के खड्डा के टीचर कालोनी का रहने वाला है। वह बीबीडी इलाके में तिवारीगंज स्थित स्टार अपार्टमेंट में रहता है। पुलिस ने उसके पास से दो कूट रचित नियुक्ति पत्र, दो मोबाइल व नकदी बरामद किया है।

परिवहन मंत्री का करीबी बता लोगों को फंसाता था : एसटीएफ डिप्टी एसपी डीके शाही के मुताबिक आरोपी अनूप दुबे से पूछताछ की गई। उसने कहा कि खुद को परिवहन मंत्री का करीबी बताता था। जिससे लोग उसके झांसे में आ जाते थे। उसने परिवहन विभाग में परिचालक के पद पर स्थायी नियुक्ति के लिए कई लोगों से रकम वसूली है। सोमवार को दो बेरोजगार युवकों मऊ के दोहरीघाट मानिकपुर निवासी संदीप प्रजापति और घोसी के अमिला निवासी नरेश राय को बीबीडी कॉलेज के पास बुलाया था। एसटीएफ डिप्टी एसपी के मुताबिक कुछ युवकों ने नियुक्ति के नाम पर ठगी की शिकायत की थी। जिसके बाद आरोपी के मोबाइल को सविलांस पर लिया गया था। सोमवार को उसके पहुंचने पर टीम ने दबोच लिया।

तीन लाख रुपये में दिलाता था नौकरी : पुलिस टीम के मुताबिक आरोपी ने कुबूल किया कि उसने स्थायी परिचालक की नौकरी के लिए तीन लाख रुपये में सौदा किया था। जिसमें एक लाख रुपये एडवांस लिया था। बाकी दो लाख रुपये नियुक्ति पत्र देने के समय लेने की बात कही थी। पकड़ा गया आरोपी खुद को न्यूज-80 का पत्रकार बताता था। इसी के जरिए परिवहन मंत्री के कार्यालय में आता जाता था। जहां बेरोजगारों से संपर्क किया। डिप्टी एसपी धर्मेश शाही ने बताया कि आरोपी के खिलाफ बीबीडी थाने में कूट रचित दस्तावेज तैयार करने, जालसाजी, अमानत में ख्यानत सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।