UP ATS ने एक लाख के इनामी साइबर ठग को पकड़ा : भारत और चीन में चल रहे आर्थिक साइबर अपराध गिरोह का था सक्रिय सदस्य "अब्दुल रज्जाक उर्फ अब्दुल नबी मेमन"
एक लाख के इनामी अब्दुल रज्जाक उर्फ अब्दुल नबी मेमन को बुधवार शाम को महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया। उसके गैंग के सदस्य हजारों फर्जी आइडी से सिम कार्ड प्राप्त कर ऑनलाइन बैंक खाते खोल कर साइबर एवं आर्थिक अपराध को अंजाम देते थे। एटीएस ने जनवरी में इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चीन के तीन नागरिक समेत 17 लोग गिरफ्तार किए थे।
यूपी एटीएस ने भारत और चीन के बीच चल रहे साइबर इकोनामिक फ्रॉड गिरोह के एक लाख के इनामी अब्दुल रज्जाक उर्फ अब्दुल नबी मेमन को बुधवार शाम को महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया। उसके गैंग के सदस्य हजारों फर्जी आइडी से सिम कार्ड प्राप्त कर ऑनलाइन बैंक खाते खोल कर साइबर एवं आर्थिक अपराध को अंजाम देते थे। एटीएस ने जनवरी में इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चीन के तीन नागरिक समेत 17 लोग गिरफ्तार किए थे।
यूपी एटीएस के मुताबिक अब्दुल रज्जाक उर्फ अब्दुल नबी मेमन मुंबई के ठाकुरपाड़ा का रहने वाला है। उसके खिलाफ जाली नोटों के रैकेट से जुड़े मामले में भारतीय दंड संहिता और आईटी कानून की धाराओं में लखनऊ एटीएस में मामला दर्ज किया गया था। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने एक लाख का इनाम घोषित किया था। साथ ही मेमन को देश से भागने से रोकने के लिए लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया था। बुधवार शाम को महाराष्ट्र एटीएस की मदद से मुंबई से गिरफ्तार कर लिया गया।
चीन और पड़ोसी देशों ने बैठकर चलाते थे गिरोह : यूपी एटीएस ने 17 जनवरी को 14 लोगों और 24 व 27 जनवरी को तीन चीनी नागरिकों (एक चीनी महिला) समेत इस गिरोह के 17 सदस्य को गिरफ्तार कर चुकी है। यह लोग प्री एक्टिवेटेड सिम के जरिए ओटीपी हांसिल कर ऑनलाइन अकाउंट खोलते थे। फिर अवैध तरीके से खातों में पैसे का ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते थे। यह नेटवर्क चीन और पड़ोसी देशों में बैठकर चलाया जा रहा था।
इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी : जू जुंफू उर्फ जुलाई चाइनीस, ली तेंग ली और सुन जी झिंग चीनी नागरिक समेत सैम उल हसन, मोहम्मद फहीम, हरिओम अरोड़ा, अंशुल सक्सेना, चंद्र किशोर, पीयूष, प्रशांत, तरुण प्रेम सिंह, विशाल, उमंग, हर्ष कौशिक, सोनू और विशेष शर्मा को गिरफ्तार किया था।