10 महीने से वेतन न मिलने से नाराज आउटसोर्स कर्मियों ने गंगा बैराज प्लांट किया बंद
जल निगम के सहायक अभियंता मोहम्मद अजमल ने बताया कि शासन को मेंटेनेंस और संचालन के लिए कई बार इस्टीमेट भेजा गया है। बीते साल 80 करोड़ रुपए का इस्टीमेट भेजा था। आज बैठक है। बता दें कि गंगा बैराज में 2 नए बने प्लांट रोजाना 6 करोड़ लीटर पानी सप्लाई होता है।….
कानपुर शहर की वाटर सप्लाई एक बार फिर संकट में है। इस बार कारण लीकेज नहीं, बल्कि जल निगम कर्मियों की नाराजगी है। जल निगम में आउटसोर्स कर्मी बैराज प्लांट का संचालन करते हैं। उन्हें 10 महीने से वेतन नहीं मिला है। इस कारण से नाराज कर्मियों ने गंगा बैराज प्लांट को बंद कर दिया है। इससे करीब 10 लाख लोगों को पानी मिलना बंद हो गया है।
लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
6 करोड़ लीटर पानी बंद : जल निगम के सहायक अभियंता मोहम्मद अजमल ने बताया कि शासन को मेंटेनेंस और संचालन के लिए कई बार इस्टीमेट भेजा गया है। बीते साल 80 करोड़ रुपए का इस्टीमेट भेजा था। आज बैठक है। बता दें कि गंगा बैराज में 2 नए बने प्लांट रोजाना 6 करोड़ लीटर पानी सप्लाई होता है। शहर के विभिन्न मोहल्लों में 10 लाख लोगों को पानी आपूर्ति की जाती है। प्लांट बंद होने से ये बंद है।
कर्मियों ने दी चेतावनी : कर्मचारी पूरी तरह से आरपार की लड़ाई के मूड में है। उन्होंने अधिकारियों को भी चेतावनी दी है कि सैलरी नहीं मिली तो प्लांट नहीं चलने देंगे। पंपिंग स्टेशन भी बंद कराए जाएंगे। बता दें कि होली का त्योहार भी नजदीक है और गर्मी बढ़ने के साथ ही पानी की डिमांड भी बढ़ गई है। ऐसे में लोगों को पानी न मिलने से लोगों में भी आक्रोश पनप सकता है।
इन प्रमुख एरिया में जल संकट :गुमटी, माल रोड, फजलगंज, गोविंद नगर, हरबंश मोहाल, कलक्टरगंज, परेड, सिविल लाइंस, जरीबचौकी, दर्शनपुरवा, बांसमंडी, विजय नगर, शास्त्री नगर, सागरपुरी, पांडु नगर सहित अन्य एरिया में पानी की आपूर्ति बाधित है।