इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी द्वारा सचालित ब्रज की रसोई ने मनाई अनोखे अंदाज में होली
इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी द्वारा सचालित ब्रज की रसोई ने रविवार को होली मिलन को अनोखे तरीके से सौकड़ों गरीब, असहाय, अकिंचन लोगों के बीच रंग, पिचकारियां अबीर गुलाल व बच्चों के कपड़े वितरण कर मनाई होली
लखनऊ। इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी द्वारा सचालित ब्रज की रसोई समूह की ओर से रविवार को होली के पावन अवसर पर समूह ने होली मिलन को अनोखे तरीके से साईं मंदिर आशियाना व चन्द्रिका देवी मन्दिर बंगला बाजार में सौकड़ों गरीब, असहाय, अकिंचन लोगों के बीच रंग, पिचकारियां अबीर गुलाल, बच्चों के कपड़े और भोजन वितरण किया गया।
संस्था के संस्थापक विपिन शर्मा ने कहा कि पर्वों का सही अर्थ होता है कि आपके आसपास के गरीब अकिंचन भी अच्छे से त्यौहार मनाएं यही सच्ची समाज सेवा है।
संस्था के राष्ट्रीय महासचिव नीरज शर्मा ने बताया कि संस्था की ओर से गरीब व असहाय बच्चों को ग़ुलाल, रंग, पिचकारी, बच्चों को कपड़ों का वितरण किया गया। समाज के हर वर्ग को त्योहारों पर खुशियां मनाने का पूरा अधिकार है। इसलिए उनके हाथों में भी पिचकारियां होनी चाहिए। इसी उद्देश्य के साथ संस्था ने नन्हे बच्चों को पिचकारियों, रंग, ग़ुलाल, बच्चों के कपड़े का भी वितरण किया।
इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी अकिंचन, असहाय मजबूर लोगों के लिए सेवा कार्य निरंतर करता आ रहा है सदैव सामाजिक कार्यों के लिए इसी प्रकार हमेशा तत्पर रहता है।
ऐसे जरूरतमंद बच्चे हैं जिनका ध्यान देने वाला कोई नहीं है जब होली के दिन सम्पन्न परिवार के सारे बच्चे अपने परिवार के साथ होली का आनंद लेते थे तो यही जरूरतमंद बच्चे उनको देखकर आंसू बहाया करते थे। क्योंकि होली खेलने के लिए पैसे के आभाव में न उनके पास पिचकारियां हो पाती न ग़ुलाल न अबीर और उस दिन उनको ध्यान देने वाला कोई नहीं होता की कोई जाकर उनके आंसू पोछ सकता।
इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी इन असहाय जरूरतमंद बच्चों को होली की शुभकामनाओ के साथ पिचकारियां अबीर गुलाल, बच्चों के कपड़े और भोजन वितरित किया ताकि सारे बच्चों के जैसे ये बच्चे भी खुशी खुशी अपनी होली मना सकें। इस कार्य में संस्था के बहुत से पदाधिकारियों ने अपनी सक्रिय भूमिका निभायी संस्था के संरक्षक अनिल शुक्ला (बालाजी टेन्ट हाउस) वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष त्रिपाठी (आस्था कृष्णा धाम) राजीव पाण्डेय, गगन शर्मा, सौरभ शुक्ला, हर्षित अवस्थी, आदित्य दुबे, शिवांश, शिवकर शर्मा, दयाशंकर, रंजीत कश्यप, सुशील कुमार, उमेश मिश्रा, चंदीप, आलोक पाठक, रवि प्रकाश अवस्थी, सी.एच.तिवारी आशीष श्रीवास्तव सहित तमाम लोगों ने मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाया।