उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय फर्जी पासपोर्ट गैंग : तीन जिलों का गैंग से कनेक्शन निकला, नकली दस्तावेज तैयार कर बनाते हैं पासपोर्ट, कर्नलगंज थानेदार की भूमिका संदिग्ध; आरोपियों को पकड़ने के बाद छोड़ा

पासपोर्ट मामले की जांच एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय के निगरानी में चल रही है। जांच में सामने आया है कि कर्नलगंज पुलिस खुलासे से पहले गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़कर लाई थी। जिसमें से वसीम के अलावा अन्य दो लोगों को साठगांठ करके छोड़ दिया था।

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय फर्जी पासपोर्ट गैंग : तीन जिलों का गैंग से कनेक्शन निकला, नकली दस्तावेज तैयार कर बनाते हैं पासपोर्ट, कर्नलगंज थानेदार की भूमिका संदिग्ध; आरोपियों को पकड़ने के बाद छोड़ा
कानपुर में फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट बनवाने वाला मो. वसीम को पुलिस ने रिमांड पर लेकर की पूछताछ।

फर्जी दस्तावेज के सहारे पासपोर्ट बनवाने वाले मास्टरमाइंड वसीम अली का कनेक्शन यूपी के कई जिलों से निकला है। फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट बनाने का गिरोह सिर्फ कानपुर ही नहीं, वाराणसी, आजमगढ़ और फतेहपुर में भी सक्रिय है। पुलिस अब तक इन गिरोह के करीब दस लोगों के बारे में जानकारी जुटा चुकी है। जल्द ही पुलिस फर्जी पासपोर्ट मामले में बड़ा खुलासा करेगी।

कर्नलगंज थानेदार की भूमिका संदिग्ध : डीसीपी वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि पासपोर्ट मामले की जांच एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय के निगरानी में चल रही है। जांच में सामने आया है कि कर्नलगंज पुलिस खुलासे से पहले गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़कर लाई थी। जिसमें से वसीम के अलावा अन्य दो लोगों को साठगांठ करके छोड़ दिया था। इसकी जांच चल रही है। जांच पूरी होने के साथ ही चुनाव खत्म होने के बाद दोषी कर्नलगंज थाना प्रभारी समेत अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

तीन जिलों का गैंग से कनेक्शन निकला : कर्नलगंज पुलिस ने करीब दस दिन पहले फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट बनवाने वाले गिरोह का खुलासा किया था। यह गैंग आधार कार्ड और शैक्षिक योग्यता से लेकर एक-एक दस्तावेज तैयार करके पासपोर्ट बनवा देता था। लेकिन हर दस्तावेज की कीमत तय थी। जिसके पास एक भी दस्तावेज नहीं, इस तरह के सैकड़ों लोगों का भी गिरोह ने मोटी रकम लेकर पासपोर्ट बनवा दिया।

फर्जी दस्तावेज तैयार कर यूपी के कई जिलों में सक्रिय है फर्जी पासपोर्ट गिरोह

डीसीपी वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि मुख्य आरोपी वसीम को रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। सीडीआर से पता चला है कि वसीम की तरह ही वाराणसी, आजमगढ़ व फतेहपुर में ये फर्जीवाड़ा चल रहा है। ये सभी आपस में कनेक्टेड हैं। शहर में भी कई लोग वसीम के साथ शामिल होकर फर्जीवाड़ा कर रहे थे। जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी होगी।

क्राइम ब्रांच से वापस थाने पहुंची विवेचना : कर्नलगंज थाने में केस दर्ज किया गया था। दरोगा अमित मलिक विवेचना कर रहे थे। कुछ दिन पहले ही विवेचना क्राइम ब्रांच ट्रांसफर हो गई थी। मगर अब दोबारा विवेचना थाने ही पहुंच गई है। डीसीपी पश्चिम का कहना है कि एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय के नेतृत्व विवेचना की जा रही है। जो भी इस फर्जीवाड़े में शामिल होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।