बागपत जेल प्रशासन ने आईजी जेल को किया गुमराह
-राशन कटौती का 10 कुंतल गेंहू कर दिया जेल के बाहर -आईजी जेल के निरीक्षण से पूर्व जेल अधिकारियों का कारनामा
लखनऊ। कारागार विभाग के अधिकारियो के लिए मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति का कोई मायने नहीं रह गया। जेल विभाग के अधिकारी विभाग के मुखिया के आंख में ही धूल झोंक रहे है। कैदियों के राशन में कटौती कर रखे गए गेंहू पर मुखिया की नजर न पड़ जाए। इसलिए आनन फानन में कटौती के गेंहू को ट्रैक्टर ट्राली के माध्यम से जेल आवासीय परिसर में पहुंचा दिया गया। कटौती के इस गेंहू को बोरों से ढककर छिपा दिया। इसको लेकर जेलकर्मियों में तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे है। चर्चा है कि ठेकेदार को कटौती का गेंहू वापस कर मोटी रकम वसूल कर ली गई।
मामला प्रदेश की अतिसंवेदनशील बागपत जेल का है। बीते माह के अंत में कारागार विभाग के मुखिया महानिदेशक पुलिस/ महानिरीक्षक कारागार एसएन साबत जिला जेल बागपत का निरीक्षण करने पहुंचे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आईजी जेल अतिथि गृह पहुंचे। यहां पहुंचकर जेल प्रशासन के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इसके उपरांत वह जेल का निरीक्षण करने जेल पहुंचे। जेल में उन्हें खामियों के बजाए सब कुछ ठीक ठाक मिला।
सूत्रों का कहना है कि गल्ला गोदाम में बंदियों के राशन में कटौती कर करीब 10 कुंतल से अधिक गेंहू रखा हुआ था। निरीक्षण के लिए आए आईजी जेल की मापतौल से अतिरिक्त पड़े इस गेंहू पर निगाह न पड़ जाए और इसकी पड़ताल न होने लगे। इस दहशत में जेलर ने आनन फानन में ट्रैक्टर ट्राली के माध्यम से कटौती के इस गेंहू को जेल लाइन में एक चहेते बंदीरक्षक के आवास के सामने डलवा दिया। इस गेंहू को बोरों से ढक दिया गया। आईजी जेल के निरीक्षण के बाद कटौती के इस गेंहू को ठिकाने पर पहुंचा दिया गया। इस संबंध में जब जेल अधीक्षक वीके मिश्रा से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो पता चला की सरकारी कार्य से अवकाश पर गए है। जेलर जितेंद्र कश्यप ने इस पूरे मामले पर टिप्पणी करने के बजाय चुप्पी साध ली।