प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की चौमासा किश्त की भुगतान प्रक्रिया में हुआ बदलाव : प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि अगर चाहिए तो 31 मार्च तक फोन नंबर आधार संख्या से कराएं लिंक
लाभार्थी किसान किसी पंजीकृत जनसेवा केंद्र पर जाकर एक ही बार में दोनों प्रक्रिया पूर्ण करा सकते हैं। यह कार्य प्रत्येक दशा में 31 मार्च तक करा लेना होगा। उन्होंने बताया कि जिले में दो लाख 65 हजार 821 किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ प्राप्त हो रहा है।…..
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि अगर चाहिए तो अब किसानों को ई-केवाईसी कराया अनिवार्य है। इसके लिए उन्हें न सिर्फ अपने बैंक खाते के साथ पंजीकृत मोबाइल फोन नंबर उपलब्ध कराना होगा। बल्कि हर हाल में आगामी 31 मार्च तक वह फोन नंबर आधार संख्या से भी लिंक करा लेना होगा। ताकि लाभार्थियों को आगामी अप्रैल से जुलाई तक का किश्त जारी किया जा सके। अगर किसान ऐसा नहीं करते हैं तो आगामी किश्त में परेशानी हो सकती है।
चौमासा किश्त की भुगतान प्रक्रिया में हुआ बदलाव : उप निदेशक कृषि अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में वित्तीय वर्ष 2022-23 की अप्रैल से जुलाई तक की चौमासा किश्त की भुगतान प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। जिसके तहत अगले 31 मार्च के बाद भुगतान प्रक्रिया बैंक खाता संख्या से परिवर्तित कर भारतीय राष्ट्रीय भुदतान निगम (NPCI) द्वारा तय आधार संख्या की मदद से आधार संख्या पर आधारित हो जाएगी।
यह है प्रक्रिया : इस नई व्यवस्था के जरिए स्कीम का लाभ प्राप्त करने के लिए रजिस्टर्ड सूचिबद्ध किसानों को प्रत्येक दशा में अपना-अपना ई-केवाईसी कराना आवश्यक है। उसके बाद योजना से संबंधित पोर्टल WWW.pmkisangov.in पर जाकर ई-केवाईसी में दिए गए विकल्प की सहायता से आवेदक को 'OTP' मिलेगी। उसी आधार पर संबंधित किसान का सत्यापन भी होगा। इस कार्य के लिए लाभार्थी किसान के पास आधार कार्ड समेत उससे पंजीकृत मोबाइल नंबर होना बेहद जरूरी है।
जिले में 2,65821 किसानों को PM किसान सम्मान निधि का मिल रहा है लाभ : अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि लाभार्थी किसान किसी पंजीकृत जनसेवा केंद्र पर जाकर एक ही बार में दोनों प्रक्रिया पूर्ण करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि यह कार्य प्रत्येक दशा में 31 मार्च तक करा लेना होगा। उन्होंने बताया कि जिले में दो लाख 65 हजार 821 किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ प्राप्त हो रहा है।