सपा MLC पुष्पराज जैन के 40 से ज्यादा ठिकानों पर रेड, 88 करोड़ रुपए की गड़बड़ी; फर्जी बिल बुक भी मिली
इनकम टैक्स विभाग को छापेमारी में कुछ साक्ष्य मिले हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इन इत्र कारोबारियों ने बिक्री कम दिखा कर टैक्स चोरी की है. साथ ही भारी मात्रा में स्टॉक में गड़बड़ियां मिली हैं. बता दें, इनकम टैक्स की टीम ने उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु में 40 से ज्यादा ठिकानों पर 5 दिनों तक छापेमारी की थी.
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में बीते कुछ समय से चल रही इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी (Income Tax Raid) को लेकर बुधवार को बड़ा खुलासा हुआ है. समाजवादी पार्टी के एमएलसी व इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन (Pushpraj Jain) उर्फ पम्पी और याकूब मलिक के ठिकानों पर इनकम टैक्स की रेड में 88 करोड़ रुपए की गड़बड़ी पाई गई है.
इनकम टैक्स विभाग को छापेमारी में कुछ साक्ष्य मिले हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इन इत्र कारोबारियों ने बिक्री कम दिखा कर टैक्स चोरी की है. साथ ही भारी मात्रा में स्टॉक में गड़बड़ियां मिली हैं. बता दें, इनकम टैक्स की टीम ने उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु में 40 से ज्यादा ठिकानों पर 5 दिनों तक छापेमारी की थी.
कौन हैं पुष्पराज जैन?
पुष्पराज जैन को 2016 में इटावा-फर्रुखाबाद से एमएलसी के रूप में चुना गया था. वह प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के सह-मालिक हैं. हाल के दिनों में यूपी की सियासत में चर्चा बटोर रहा समाजवादी इत्र इन्हीं की कंपनी ने बनाया था. उनके इस बिजनेस की शुरुआत उनके पिता सवैललाल जैन ने 1950 में ने शुरू की थी. पुष्पराज और उनके तीन भाई कन्नौज में व्यवसाय चलाते हैं और एक ही घर में रहते हैं. एमएलसी पुष्पराज का मुंबई में एक घर और एक कार्यालय है, जहां से मुख्य रूप से मध्य पूर्व में लगभग 12 देशों को निर्यात का सौदा होता है. उनके तीन भाइयों में से दो मुंबई ऑफिस में काम करते हैं, जबकि तीसरा उनके साथ कन्नौज में मैन्युफैक्चरिंग सेट-अप पर काम करता है.