निरंतर बच्चों को निःशुल्क पोस्टिक भोजन करा रही इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी द्वारा संचालित ब्रज की रसोई

असहाय, निर्धन, अकिंचन बच्चों के निःशुल्क भोजन वितरण कार्यक्रम में सहभागिता से बढ़ रहा सकारात्मक परिवर्तन : विपिन शर्मा

निरंतर बच्चों को निःशुल्क पोस्टिक भोजन करा रही इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी द्वारा संचालित ब्रज की रसोई
ब्रज की रसोई द्वारा आशियाना क्षेत्र में भोजन वितरण

लखनऊ। इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के संस्थापक विपिन शर्मा कहते है आज के समय में अकिंचन, निर्धन और असहाय बच्चों की मदद के लिए समाज में कई पहलें हो रही हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण पहल है निःशुल्क भोजन वितरण कार्यक्रम, इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी द्वारा संचालित ब्रज की रसोई जो इन बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने का कार्य कर रही है। इस कार्यक्रम की सफलता का मुख्य कारण समाज के सभी वर्गों की सहभागिता है।


संस्था की वरिष्ठ सक्रिय सदस्य मिठू रॉय ने बताया कि निर्धन और असहाय बच्चों के लिए निःशुल्क भोजन वितरण कार्यक्रम की शुरुआत इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के कुछ स्वयंसेवकों द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य उन बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है जो आर्थिक तंगी के कारण उचित आहार नहीं पा सकते।


संस्था के वरिष्ठ सदस्य आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि इस कार्यक्रम की सफलता में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका समाज के सभी वर्गों की सहभागिता की है। विभिन्न संगठनों, स्थानीय निवासियों, व्यापारियों और अन्य हितधारकों ने मिलकर इस पहल को सफल बनाने के लिए अपना योगदान दिया है।


इसी क्रम में पंकज राय जी का कहना है कि जब तक सभी वर्ग आगे आकर इस नेक कार्य में भागीदारी नहीं करते, तब तक इस प्रकार की पहल को सफल बनाना कठिन होता है।


संस्था की सदस्य राखी बाजपेयी ने कहा अब तक, इस कार्यक्रम के माध्यम से हजारों बच्चों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया गया है। इसके चलते बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार देखा जा रहा है और उनकी शैक्षिक उपलब्धियों में भी वृद्धि हो रही है। पौष्टिक भोजन मिलने से बच्चों की शारीरिक और मानसिक विकास में भी सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।


संस्था के वरिष्ठ सदस्य गगन शर्मा का कहना है कि इस कार्यक्रम का समाज पर भी व्यापक प्रभाव पड़ रहा है। इससे न केवल बच्चों का भला हो रहा है बल्कि समाज में एकजुटता और सहयोग की भावना भी बढ़ रही है। लोगों के सहयोग से न केवल बच्चों को भोजन मिल रहा है बल्कि एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण भी हो रहा है, जहां लोग एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आ रहे हैं।


संस्था के सदस्य देवांश रस्तोगी ने बताया भविष्य की योजना है कि इस कार्यक्रम का विस्तार और भी अधिक क्षेत्रों में किया जाए ताकि अधिक से अधिक बच्चों को इसका लाभ मिल सके। इसके लिए संस्था और अधिक लोगों को इस पहल में जुड़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं। साथ ही, वे सरकार और अन्य संगठनों से भी समर्थन की अपेक्षा कर रहे हैं ताकि इस कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी और व्यापक बनाया जा सके।


इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी की नींव से अब तक मार्गदर्शन देते रहने बाले आचार्य चंद्रभूषण तिवारी (पेड़ बाले बाबा) ने समाज के सभी वर्गों से अपील की है कि वे आगे आकर इस नेक कार्य में अपना योगदान दें। चाहे वह आर्थिक सहायता हो, समय का दान हो या फिर अन्य किसी प्रकार की मदद, हर छोटा-बड़ा योगदान इस पहल को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस प्रकार, निःशुल्क भोजन वितरण कार्यक्रम न केवल बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रहा है बल्कि समाज में एक स्थायी और सकारात्मक परिवर्तन की ओर भी बढ़ रहा है। आइए, हम सब मिलकर इस नेक कार्य को सफल बनाएं और जरूरतमंद बच्चों की मदद करें।


इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के संस्थापक विपिन शर्मा ने आज का निःशुल्क पोस्टिक भोजन वितरण संस्था के सदस्य भैया निलय शुक्ला जी की जीवनसंगिनी अनुराधा शुक्ला के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में बच्चों के साथ केक काट कर पूड़ी सब्जी शर्वत, पानी का वितरण कराया।


आज के इस कार्यक्रम में शामिल आचार्य चन्द्र भूषण तिवारी, पंकज राय, देवांश रस्तोगी, संजय श्रीवास्तव, नवीन कुमार, आशीष श्रीवास्तव, असीम रॉय, गगन शर्मा, रंजीत, विशु गौड़, मिठू रॉय, राखी बाजपेई, राधिका बाजपेई अमविका मिश्रा, लक्ष्मी मित्तल, अर्णवी मिश्रा, रजनी मिश्रा, डॉ प्रतिमा चौवे सहित सभी समाजसेवियों का इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के संस्थापक विपिन शर्मा ने आभार व्यक्त किया l