संदीप गुप्ता की हत्या का खुलासा : संदीप यहां न मिलता तो एटा तक पीछा करने की थी योजना, है दहशत में परिवार
बृहस्पतिवार को यहां आकर डीआईजी-एसएसपी से मिले परिवार ने सुरक्षा मांगी। इस पर तय किया गया है कि परिवार का जो सदस्य जहां रहता है, उसे वहां से सुरक्षा दी जाए। इसी कड़ी में मुकदमे में गवाह बने संदीप के भतीजे को अलीगढ़ पुलिस ने सुरक्षा जारी कर दी है, जबकि वादी भाई को एटा से सुरक्षा के निर्देश जारी किए गए हैं।
सीमेंट कारोबारी संदीप गुप्ता की हत्या का खुलासा होने के बाद अब उनका परिवार खुद को खतरा महसूस कर रहा है, क्योंकि जिस सुनियोजित साजिश के तहत इस हत्या को अंजाम दिया गया है। उस साजिश के तहत आरोपी किसी भी हद तक जा सकते हैं। इसे लेकर बृहस्पतिवार को यहां आकर डीआईजी-एसएसपी से मिले परिवार ने सुरक्षा मांगी। इस पर तय किया गया है कि परिवार का जो सदस्य जहां रहता है, उसे वहां से सुरक्षा दी जाए। इसी कड़ी में मुकदमे में गवाह बने संदीप के भतीजे को अलीगढ़ पुलिस ने सुरक्षा जारी कर दी है, जबकि वादी भाई को एटा से सुरक्षा के निर्देश जारी किए गए हैं।
इस घटना में जो भी हों, सभी जेल भेजे जाएं : दोपहर में डीआईजी दीपक कुमार व एसएसपी कलानिधि नैथानी से मुकदमे में वादी सुजीत गुप्ता, दूसरे भाई विजित गुप्ता व गवाह भतीजे लवेश आदि परिजन मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने खुलासे पर आभार जताते हुए कहा कि हमको भी पहली नजर में इसी विवाद में हत्या का अंदेशा था।
पुलिस ने भी उसी दिशा में काम करते हुए खुलासा किया है। अब हमारी यही इच्छा है कि जल्द इन सभी को गिरफ्तार किया जाए। साथ में जो भी इनके साथ शामिल हों, चाहे वो कितना भी बड़ा नाम क्यों न हो और कोई भी क्यों न हो, सभी को जल्द सामने लाया जाए और गिरफ्तार किया जाए। इस पर दोनों अधिकारियों ने उन्हें आश्वास्त किया है। साथ में यह भी बताया कि गिरफ्तारी के साथ-साथ इस मुकदमे में मजबूत पैरवी के लिए अभी से मजबूत लिखा पढ़ी कराई जा रही है। ताकि जेल भेजने के बाद भी आरोपियों को मजबूत पैरवी व लिखा पढ़ी के दम पर सजा दिलाई जा सके।
संदीप यहां न मिलता तो एटा तक पीछा करने की थी योजना : सीमेंट कारोबारी की हत्या के बाद सीसीटीवी पर हुए काम में पुलिस को एक और महत्वपूर्ण इनपुट हाथ लगा है। इस इनपुट से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आरोपियों के गैंग में शामिल एक गाइड कार क्वार्सी चौराहे पर एटा चुंगी की ओर तैयार खड़ी थी। यह कार इस मकसद से खड़ी थी कि अगर शहर में कहीं संदीप हाथ नहीं लगते हैं तो शूटरों को उनके पीछे एटा की ओर जे लाया जाए और जहां भी मौका मिले, वहां इस घटना को अंजाम दिया जाए। चूंकि वारदात हो गई और फिर यह कार वहां से अतरौली की ओर रवाना की गई।
गैराज में चोरी के वाहनों के धंधे पर जांच जारी : जिस तरह से इस वारदात में शूटरों द्वारा लूट की कार प्रयोग करने, उसकी दो बार यहां नंबर प्लेट बदले जाने और अन्य वाहनों का भी यहीं से प्रयोग होने के इनपुट मिले हैं। इस दिशा में काम करते हुए पुलिस गैराज में चोरी के वाहनों के धंधे का सुराग तलाश रही है। इस आधार पर गैराज में खड़े दर्जन भर वाहनों का ब्योरा संकलित कर उनका आरटीओ से सत्यापन कराया जा रहा है। उनके मालिकों के विषय में भी पता लगाया जा रहा है।
अब ऑपरेशन परिवार पर भी पुलिस कर रही काम : अब तक इस घटना में अंकुश व दुष्यंत के अलावा चार और नाम उजागर किए हैं। साथ में तीन शूटर शामिल हैं। माना जा रहा है ये सभी साथ हैं। ऐसे में पुलिस ने अब परिवारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। उन्हें सभी नंबरों से लेकर उनके रिश्तेदारों, करीबियों तक को रडार पर ले रखा है। माना जा रहा है कि इनमें से कोई न कोई तो परिवार के संपर्क में होगा। इस दिशा में परिवार के सदस्यों को लगातार पूछताछ के लिए भी बुलाया जा रहा है।
किन-किन रसूखदारों से जुड़े थे राजीव, अंकुश व दुष्यंत : पुलिस यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि राजीव, अंकुश व दुष्यंत जिले में किन किन ऐसे रसूखदारों से जुड़े थे, जिनके आपराधिक संपर्क हो सकते हैं। कौन लोग उन्हें मदद कर सकते हैं। कौन लोग अपराधियों से मिलवाने का काम कर सकते हैं। इस प्रयास से भी कुछ सफलता मिलने के संकेत हैं।
संदीप गुप्ता के परिजन मिलने आए थे। सुरक्षा पर चर्चा हुई है। कुछ सदस्य अलीगढ़, कुछ एटा व कुछ आगरा में रहते हैं। तीनों को संबंधित जिलों से सुरक्षा दिलाई जा रही है। वहीं खुलासे से परिवार संतुष्ट है। बाकी आरोपी जल्द गिरफ्तार किए जाएंगे।