पितृ दिवस के उपलक्ष्य में संस्था ने बच्चों, बेसहारों, निराश्रितों, अकिंचनों जरूरतमंदों को वितरित किया कढ़ी चावल, शर्वत, बूँदी, पानी : विपिन शर्मा

विगत कई बर्षों से इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी का अनुकरणीय प्रयास: बच्चों, बेसहारों, निराश्रितों, अकिंचनों को प्रत्येक रविवार को निःशुल्क पौष्टिक भोजन व उनकी जरूरतों की चीजों को पूरा करने का अथक प्रयास कर रही है।

पितृ दिवस के उपलक्ष्य में संस्था ने बच्चों, बेसहारों, निराश्रितों, अकिंचनों जरूरतमंदों को वितरित किया कढ़ी चावल, शर्वत, बूँदी, पानी : विपिन शर्मा
ब्रज की रसोई द्वारा आशियाना क्षेत्र में भोजन वितरण

लखनऊ। इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी, एक ऐसी संस्था है जो पिछले कई वर्षों से बेसहारा, निराश्रित, और गरीब बच्चों को प्रत्येक रविवार को निःशुल्क पौष्टिक भोजन प्रदान करने के लिए समर्पित होकर समाज में एक मिसाल कायम की है। संस्था के संस्थापक विपिन शर्मा की अगुवाई में, यह संस्था न केवल भूखे पेटों को भोजन उपलब्ध कराती है बल्कि उन्हें जीवन में आशा और राहत भी प्रदान करती है।

एडवोकेट अंजू गुप्ता ने कहा इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी का उद्देश्य सिर्फ भोजन बांटना नहीं है, बल्कि जरूरतमंदों की अन्य आवश्यकताओं को भी पूरा करना है। संस्था की पूरी टीम ने निःस्वार्थ भाव से इस सेवा को एक मिशन के रूप में अपनाया है। प्रत्येक रविवार, को संस्था जरूरतमंदों को पौष्टिक भोजन के साथ-साथ वस्त्र, किताबें और अन्य आवश्यक चीजें भी वितरित करते हैं।

संस्था के सदस्य देवांश रस्तोगी ने समाज के सभी वर्गों से इस नेक कार्य में अधिक से अधिक योगदान देने की अपील की है। उनका मानना है कि अन्न दान सबसे बड़ा उपहार है और यह पुण्य कमाने का एक श्रेष्ठ तरीका है। वे कहते हैं, "आपका योगदान सैकड़ों भूखे और असहाय लोगों को भोजन खिला सकता है, उन्हें आशा और राहत प्रदान कर सकता है। आपके द्वारा प्रदान किया गया भोजन उनके चेहरे पर मुस्कान लाता है।"

इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी की राष्ट्रीय महिलाध्यक्ष ने कहा आपके योगदान का महत्व इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के इस अभियान में अत्यंत महत्वपूर्ण है।समाज के हर व्यक्ति का योगदान इस महान कार्य को और भी सफल बना सकता है। एक छोटी सी मदद भी कई भूखे पेटों को भोजन और कई निराश्रितों को आशा दे सकती है।

संस्था के सदस्य असीम रॉय का कहना है इस नेक कार्य में सहयोग करने के कई तरीके हैं। आप आर्थिक सहायता, भोजन सामग्री, कपड़े, या अन्य आवश्यक वस्त्र दान कर सकते हैं। इसके अलावा, आप अपने समय और सेवाओं के माध्यम से भी योगदान कर सकते हैं, जैसे भोजन वितरण में मदद करना या अन्य प्रकार की सेवा कार्यों में भाग लेना।

इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के महासचिव शंकुल मिश्रा ने कहा यह प्रयास समाज के प्रति उनकी निःस्वार्थ सेवा और समर्पण का प्रतीक है। संस्था और टीम की यह पहल न केवल लखनऊ में बल्कि पूरे देश में एक प्रेरणा का स्रोत बन सकती है। उनके इस अनुकरणीय कार्य में अधिक से अधिक लोगों को योगदान देना चाहिए ताकि इस नेक अभियान को और भी व्यापक बनाया जा सके और अधिक से अधिक जरूरतमंदों को मदद पहुंचाई जा सके।

नवीन चंद्रवंशी ने बताया पिछले कई वर्षों से बिना किसी व्यवधान के यह सेवा निरंतर जारी है। विपिन शर्मा के नेतृत्व में एक समर्पित और उत्साही टीम इस कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम देती है। लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों के लोग इस पहल में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। हर रविवार को बढ़ती संख्या में जरूरतमंद लोग इस सेवा का लाभ उठाते हैं। समस्त जन मानस से अपील है इस नेक कार्य में आपका सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है। अधिक से अधिक लोग इस अभियान में हिस्सा लें और इसे सफल बनाएं।

इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के संस्थापक विपिन शर्मा ने बताया पोस्टिक भोजन कार्यक्रम में कढ़ी चावल, शर्वत, बूँदी, पानी का वितरण कराया गया।

आज के इस कार्यक्रम में शामिल पंकज राय, देवांश रस्तोगी, शंकुल मिश्रा, आयुष जयासवाल, नवीन कुमार, असीम रॉय, गगन शर्मा, रंजीत, विशु गौड़, एड. अंजू गुप्ता, मिठू रॉय, राखी बाजपेई, अनीषा रॉय, रीना गौतम, रजनी शुक्ला सहित सभी समाजसेवियों का इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के संस्थापक विपिन शर्मा ने आभार व्यक्त किया l