करमा पूजा की खुशियां बदली मातम में, करम डाली विसर्जन के दौरान तालाब में डूबने से सात बच्चियों की मौत, सीएम ने जताया शोक
झारखंड कर्म पूजा : अधिकारियों के मुताबिक गांव की 10 लड़कियों का एक समूह 'करम डाली' के साथ तालाब में विसर्जन के लिए गईं थीं, तभी उनमें से दो डूबने लगीं और मदद के लिए चिल्लाने लगीं. एक दूसरे को बचाने के प्रयास में उनमें से सात गहरे तालाब में डूब गए जबकि तीन अन्य लड़कियों का इलाज चल रहा है.
प्रकृति पर्व करमा पूजा के उत्सव के दौरान झारखंड के लातेहार जिले से एक बुरी खबर आ रही है l जिले के बालूमाथ प्रखंड के शेरेगाड़ा ग्रान के मननडीह टोला की सात बच्चियों की मौत डूबने से हो गयी है. करमा डाल को विसर्जित करने समय सभी बच्चियों की तालाब से डूबने से मौत हो गयी है. मरने वाली सभी बच्चियों की उम्र 12 से 20 साल की बतायी जा रही है. यह हादसा उस वक्त हुआ जब वो लड़कियां करमा की डाल को विसर्जित करने के लिए तालाब में गयी थी.
शनिवार को करम डाली विसर्जन के दौरान तालाब के गहरे पानी में डूबने से सात बच्चियों की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण और पुलिस पहुंचे। |
उप विकास आयुक्त को दिये गये घटना के जांच के आदेश : घटना को लेकर जिले के उपायुक्त अबू इमरान ने कहा कि यह हादसा बालूमाथ थाना क्षेत्र के शेरेगाड़ा के बुकरू गांव में हुआ, जब कर्म पूजा के बाद लड़कियां तालाब में विसर्जन के लिए गई थीं. उपायुक्त ने कहा कि जिले के उप विकास आयुक्त शेखर वर्मा को घटना की जांच करने का आदेश दिया गया है.
सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर जताया शोक
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एक दूसरे को बचाने की कोशिश में डूब गयीं बच्चियां : वहीं पलामू रेंज के आयुक्त, जटाशंकर चौधरी ने कहा कि घटना ‘करम डाली’ के विसर्जन के दौरान हुई. सभी लड़कियां एक दूसरे को बचाने की कोशिश में डूब गयी. फिलहाल सभी लड़कियों के शवों को लातेहार जिला अस्पताल भेजा गया. घटना की जानकारी आसपास के गांवों में फैलते ही कर्म पूजा की खुशियां मातम में बदल गयी. मृतक बच्चियों के घरों में हर कोई सांत्वना देने के लिए पहुंच रहा था.
तीन का चल रहा इलाज : अधिकारियों के मुताबिक गांव की 10 लड़कियों का एक समूह ‘करम डाली’ के साथ तालाब में विसर्जन के लिए गया था, तभी उनमें से दो डूबने लगीं और मदद के लिए चिल्लाने लगीं. एक दूसरे को बचाने के प्रयास में उनमें से सात गहरे तालाब में डूब गए जबकि तीन अन्य लड़कियों का इलाज चल रहा है.
मरने वालों में तीन सगी बहनें : सभी बच्चियों की उम्र 10 वर्ष से लेकर 20 वर्ष के बीच है। बालूमाथ थाना पुलिस सभी शवों को अपने कब्जे में लेकर बालूमाथ ले आई है। सात मृतकों में तीन मृतका सगी बहनें हैं और अकलू गंझू की बेटी हैं l |
अधिकारियों ने बताया कि उनकी चीखें सुनने के बाद ग्रामीण उन्हें बचाने के लिए दौड़ पड़े के लिए दौड़े पर चार लड़कियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य ने बालूमाथ सीएचसी ले जाते समय दम तोड़ दिया. मरने वालों में तीन बहनें रेखा कुमार (18), रीना कुमारी (16) और अकलू गंजू की बेटियां लक्ष्मी कुमारी (12) शामिल हैं. अन्य की पहचान चरण गंझू की बेटी सुषमा कुमारी (12), जगन गंझू की बेटी पिंकी कुमारी (18), फीफा गंझू की बेटी सुनीता कुमारी (20) और लालदेव गंजू की बेटी बसंती कुमारी (12) के रूप में हुई. सभी स्थानीय स्कूलों और कॉलेजों के छात्र थे.
विरोध में ग्रामीणों ने किया सड़क जाम : लातेहार डीसी ने कहा कि प्रभावित परिवारों की हरसंभव मदद की जाएगी. लातेहार से सांसद सुनील सिंह ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. इस बीच आक्रोशित ग्रामीणों ने घटना का विरोध करते हुए बालूमाथ-चतरा मार्ग-राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 98 को जाम कर दिया है. अधिकारियों ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और वे ग्रामीणों को जाम हटाने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं. |