दिल्ली के गांधी नगर में ऑनलाइन गेम में व्यवसायी को फंसाकर बदमाशों ने ठगे करीब 29.40 लाख रुपये
अप्रैल 2022 में ललित के बाद दोबारा आरोपियों का कॉल आया। आरोपियों ने उससे गेम खेलने के लिए कहा। ललित ने रुपये न होने की बात कर उनसे मना दिया। आरोपी ललित को लोन देने की बात करने लगे। ललित को लगा कि लोन लेकर वह कोई काम धंधा कर लेगा।
यदि आप ऑन लाइन गेम खेलते हैं तो जरा सावधान हो जाएं। क्यों यहां आपके जीतने की संभावना कम और लुटने की संभावना ज्यादा है। गांधी नगर के एक कारोबारी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। कोविड के दौरान कारोबारी का कामधंधा चौपट हुआ तो उसने 40 लाख का अपना एक मकान बेच दिया। उसी की मदद से वह घर का खर्चा चला रहा था। लेकिन ऑन लाइन गेम के चक्कर में आकर उसने 29.40 लाख रुपये गंवा दिए।
शुरुआत में दो लाख रुपये गंवाने के बाद आरोपी पीड़ित को और गेम खेलने के लिए उकसाते रहे। यहां तक पीड़ित को लोन देने का झांसा देकर उसके खाते में सेंध लगा दी। परेशान होकर पीड़ित ने शाहदरा जिला साइबर थाना पुलिस से शिकायत दी। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस टेक्निकल सर्विलांस की मदद से आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
पुलिस के मुताबिक पीड़ित ललित (32) परिवार के साथ गांधी नगर इलाके में रहता है। इसका अपना कारोबार था, लेकिन कोविड की वजह से काफी नुकसान हुआ। यहां तक इसे घर का खर्च चलाने के लिए अपना मकान भी बेचना पड़ा। मकान को बेचने पर मिले 40 लाख की मदद से वह अपने घर का खर्चा चलाने लगा। वर्ष 2021 में उसे 'तीन पत्ती कैश' के नामक गेम का पता चला।
ललित ने ऑन लाइन गेम पर पैसा लगा दिया। लेकिन उसके दो लाख रुपये डूब गए। उन रुपयों को निकालने के चक्कर में ललित ने 9 लाख रुपये और गंवा दिए। इसके बाद वह चुपचाप बैठ गया। आरोप है कि कुछ माह बाद ललित के पास एक मोबाइल से कॉल आया। कॉलर ने दोबारा गेम खेलकर अपने हारे हुए रुपये दोबारा निकालने के लिए कहा। ललित दोबारा इनके झांसे में आ गया और उसने दोबारा 9 लाख रुपये लगा दिए। लेकिन इस बार भी वहां हार गया। ललित ने बताया कि उसे गेम से ठगी का पता चला तो उसने नवंबर 2021 में पुलिस से शिकायत की, लेकिन किसी ने भी उसकी नहीं सुनी।
अप्रैल 2022 में ललित के बाद दोबारा आरोपियों का कॉल आया। आरोपियों ने उससे गेम खेलने के लिए कहा। ललित ने रुपये न होने की बात कर उनसे मना दिया। आरोपी ललित को लोन देने की बात करने लगे। ललित को लगा कि लोन लेकर वह कोई काम धंधा कर लेगा।
आरोपियों ने पीड़ित का विश्वास जीतकर लोन देने की बात कर उसके खाते ही जानकारी ले ली। बाद में खाते में सेंध लगाकर वहां से भी अकाउंट में बचे 9.40 लाख रुपये उड़ा लिये। अब परेशान होकर ललित ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने छानबीन के बाद मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।