हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में चलती बस पर लैंडस्लाइडिंग, किन्नौर-हरिद्वार हाईवे पर एक बस और दो कारें चट्टानों की चपेट में आए, एक यात्री की मौत; 60 से ज्यादा मलबे में दबे
शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे-5 पर ज्यूरी रोड के निगोसारी और चौरा के बीच अचानक एक पहाड़ दरक गया। एक बस और कुछ गाड़ियों पर चट्टानें गिरी हैं।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में एक बार फिर लैंडस्लाइडिंग हुई है। शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे-5 पर ज्यूरी रोड के निगोसारी और चौरा के बीच अचानक एक पहाड़ दरक गया। एक बस और कुछ गाड़ियों पर चट्टानें गिरी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 50-60 से ज्यादा यात्री मलबे में फंस गए हैं, इनमें से 9 लोगों को निकाला गया है। हादसे में एक व्यक्ति की जान भी गई है। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और NDRF की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं। ITBP के जवान भी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाए गए हैं।
पीएम मोदी ने दुख जताया
मलबे में फंसी बस हिमाचल रोडवेज की है, जो मूरंग से हरिद्वार जा रही थी। एक बस, बोलेरो और 3 टैक्सियों पर चट्टानें गिरी हैं।
किन्नौर में पिछले महीने भी हुआ था भूस्खलन : 25 जुलाई को किन्नौर में भूस्खलन के बाद पहाड़ी से चट्टानें इतनी तेजी से नीचे गिरीं कि बस्पा नदी का पुल टूट गया था। इस हादसे में 9 टूरिस्ट्स की मौत हो गई थी। मरने वालों में 4 राजस्थान के, 2 छत्तीसगढ़ के और एक-एक महाराष्ट्र और वेस्ट दिल्ली के थे। पर्यटक ट्रैवलर गाड़ी में छितकुल से सांगला की ओर जा रहे थे तभी बटसेरी के गुंसा के पास पुल पर चट्टानें गिरने से पुल टूट गया और पर्यटकों की गाड़ी भी चपेट में आ गई थी।