उत्तर प्रदेश : एसआई की वर्दी पहन खुद को एसएसपी बताकर कर रहा था ठगी, भाई-बहन ने पकड़कर खूब पीटा
एक भाई और बहन को एसएसपी (SSP) जालौन बनकर दरोगा की नौकरी लगवाने का झांसा देने वाले ठग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है l आरोपी ने कहा कि वो जालौन एसएसपी हैं l वो इसे पहले पुलिस मुख्यालय में भी रह चुके हैं l आरोपी ने कहा कि वो उसे एसआई के पद की नौकरी पर लगवा देगा.
उत्तर प्रदेश से जालसाजी का एक नया मामला सामने आया है l एक भाई और बहन को एसएसपी (SSP) जालौन बनकर दरोगा की नौकरी लगवाने का झांसा देने वाले ठग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है l दरअसल भाई-बहन को झांसा देकर ठग ने उनसे ठगी की कोशिश की l जब ठग रुपये लेने कोर्ट पर आया तो दोनों को आरोपी पर शक हो गया और उसे वहीं पकड़कर खूब पीटा l पीटने के बाद आरोपी को कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया है
इज्जतनगर में करमपुर चौधरी निवासी भीम भास्कर ने बताया कि उनकी बहन विशाखा ऑनलाइन पीसीएस की कोचिंग लेती है. बहन के कोचिंग ग्रुप में भीम भास्कर ने अपना मोबाइल नंबर जोड़ा हुआ था. आगरा के गांव विक्रमपुर निवासी राजतिलक ने उनके कोचिंग ग्रुप से जुड़े हुये नंबर पर मैसेज किया. इसके बाद में कॉल की. राज तिलक ने फोन पर कहा कि वह जालौन के एसएसपी बोल रहे हैं.
एसआई के पद के लिए लगवा देंगे नौकरी : इसके बाद भीम भास्कर और उनकी बहन विशाखा दोनों ही पुलिस में भर्ती हो जायेगी. उन्होंने आरोपी से फोन कर मिलने को कहा तो आरोपी राजतिलक मिलने करमपुर आया.
एसआई की वर्दी पहन खुद को बताया एसएसपी : आरोपी ठग राजतिलक उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी में आया. उस की वर्दी पर पर दो स्टार लगे हुये थे. लेकिन उसने खुद को एसएसपी बताया. गाड़ी, गनर और वर्दी पर अशोक स्तंभ न देखकर भाई बहन को शक हुआ. आरोपी दोनों से रुपये की मांग करने लगा. आरोपी को बातचीत के दौरान लगा की पीड़ित पक्ष उसे पकड़वा देंगा तो वो अपनी वर्दी उतारकर भाग गया.
पुलिस ने केस दर्ज किया : भीम भास्कर ने बताया कि करमपुर से उसका पीछा किया. रोडवेज बस अड्डा तलाश करते हुये कचहरी पर उसे पकड़ ही लिया. जिसके बाद उसकी बहुत पिटाई की और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी राजतिलक के खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी की कोशिश का मुकदमा दर्ज कर लिया है. फिलहाल आरोपी जेल में है.