यूपी के कई जिलों में NIA की रेड, लखनऊ-वाराणसी से 2-2 संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार

समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि जांच एजेंसियों ने करीब 10 राज्यों में प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर 100 से ज्यादा कैडर्स को गिरफ्तार किया है।

यूपी के कई जिलों में NIA की रेड, लखनऊ-वाराणसी से 2-2 संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार

राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में एनआईए की बड़ी कार्रवाई चल रही है। सर्च ऑपरेशन में लखनऊ में दो संदिग्ध आतंकियों को हिरासत में लेने की सूचना मिल रही है पर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, लखनऊ से पकड़ा गया वसीम इससे पहले एनआरसी सीएए के दंगों में भी गिरफ्तार हुआ था। खदरा इलाके में हुए दंगे में वसीम का नाम आया था। दूसरे पकड़े गए साथी से भी एनआईए पूछताछ कर रही है।  वहीं वाराणसी में से भी दो पीएफआई सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं।

गुरुवार सुबह करीब 3:30 बजे 50 से अधिक पुलिसकर्मियों के साथ एनआईए और एटीएस एसटीएफ़ की टीम ने ललवकुश नगर से वसीम को उसके घर से गिरफ्तार किया। इसके बाद एक और साथी को हिरासत में लिया। एनआईए अब वसीम और उसके घर वालों के बैंक खाते का पता कर रही है। घर से बैंक से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किए हैं। वसीम टेलरिंग का काम करता था पर ये सब दिखावे के लिए करता था।

वसीम के पास रुपया कहां से और कैसे आता था। इसकी एजेंसी पड़ताल कर रही है। वो कई बार बड़ी कार से घर आता था।

प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के दो सदस्य वाराणसी से पकड़े : प्रतिबंधित संगठन पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के दो सदस्यों को वाराणसी के आदमपुर और जैतपुरा से एटीएस ने उठाया है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के इनपुट पर एटीएस ने छापेमारी कर दो सदस्यों को हिरासत में लिया। एटीएस दोनों को लखनऊ लेकर गई है। वहां दोनों से पूछताछ की जा रही है। एजेंसी के इनपुट पर देशभर के दश राज्यों उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, असम, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु में छापेमारी की गई। इसमें उत्तर प्रदेश से आठ सदस्यों को उठाया गया है। बताया जा रहा है कि बाकी छह सदस्य पश्चिमी यूपी से पकड़े गए हैं।

आपको बता दें कि एनआईए आतंकवाद में फंडिंग, ट्रैनिंग कैंप करने में शामिल लोगों के खिलाफ सर्च अभियान चला रही है। इसी कड़ी में एनआईए उत्तर प्रदेश समेत 10 राज्यों में छापेमारी कर रही है। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि जांच एजेंसियों ने करीब 10 राज्यों में प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर 100 से ज्यादा कैडर्स को गिरफ्तार किया है।