प्रदेश के सरकारी और निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों में दाखिले के लिए 1 लाख 70 हजार स्टूडेंट्स की कॉउंसलिंग शुरू
ऑनलाइन काउंसिलिंग होने पर निजी कॉलेज में प्रवेश के दौरान आवंटित अभ्यर्थियों को निर्धारित शुल्क ही देना है। यदि किसी कॉलेज की ओर से अधिक शुल्क की मांग की जाती है। तो अभ्यर्थी सहायता केन्द्रों पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
प्रदेश के सरकारी और निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों में दाखिले के लिए लंबे इंतजार के बाद आज से काउंसिलिंग शुरू हो रही हैं। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद ने मंगलवार की शाम ऑनलाइन काउंसिलिंग का शेड्यूल जारी कर दिया। 8 राउंड में होने वाली इस काउंसिलिंग के लिए छात्रों को लंबा इंतजार करना पड़ा। 18 जुलाई को प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी हुआ था। अब 51 दिन बाद बुधवार से काउंसिलिंग शुरू हो रही हैं।
प्राविधिक शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद सचिव राम रतन के अनुसार- काउंसिलिंग के लिए 80 राजकीय-अनुदानित पॉलीटेक्निक कॉलेजों को केन्द्र बनाया गया है। अभ्यर्थियों यानी स्टूडेंट्स काउंसिलिंग से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या होने पर इन केन्द्रों की मदद ले सकते हैं।
काउंसिलिंग के शेड्यूल से जुड़ी सारी जानकारी, दिशा निर्देश और अन्य जानकारियां परिषद की वेबसाइट jeecup.admission.nic.in पर उपलब्ध हैं।
अधिक शुल्क लेने पर करें शिकायत : संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद सचिव राम रतन का कहना है कि ऑनलाइन काउंसिलिंग होने पर निजी कॉलेज में प्रवेश के दौरान आवंटित अभ्यर्थियों को निर्धारित शुल्क ही देना है। यदि किसी कॉलेज की ओर से अधिक शुल्क की मांग की जाती है। तो अभ्यर्थी सहायता केन्द्रों पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
एक नजर - संयुक्त प्रवेश का निर्धारित शेड्यूल
फॉर्म भरने का शेड्यूल | 15 फरवरी से 7 मई तक |
आवेदन फॉर्म में सुधार का मौका | 8 मई से 15 मई तक |
परीक्षा केंद्र का आवंटन | 16 मई से 23 मई तक |
परीक्षा की तारीख | 27 जून से 30 जून तक |
संयुक्त प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट | 18 जुलाई 2022 |
ऑनलाइन काउंसिलिंग (प्रस्तावित शेड्यूल) | 20 जून से 15 अगस्त |
प्रवेश की लास्ट डेट (प्रस्तावित शेड्यूल) | 15 अगस्त |
प्रदेश में कुल पॉलिटेक्निक | संस्थानों की संख्या |
राजकीय पॉलीटेक्निक - | 147 |
अनुदानित | 18 |
कुल संस्थान | 1440 |
कुल सीट | 2 लाख 24 हजार |
अफसरों की लापरवाही से स्टूडेंट्स का भविष्य दांव पर : JEE और प्राविधिक शिक्षा परिषद की लचर व्यवस्थाओं के चलते जहां एक ओर परीक्षार्थियों का पालीटेक्निक से माेह भंग होने लगा है। वहीं, दूसरी ओर से इस बार नए सत्र में दाखिला प्रक्रिया को लेकर ऐसा रवैया अधिकारियों के कामकाज पर सवाल उठ रहे थे। रिजल्ट जारी होने के बाद 51 दिन बाद किसी तरह परिषद काउंसिलिंग शुरु करने का एलान कर पाया हैं।
नोडल एजेंसी के चयन में देरी होने से बदला गया था प्रवेश परीक्षा का शेड्यूल : इससे पहले प्रवेश परीक्षा को लेकर भी विभाग में हीलाहवाली वाला ही रुख सामने आया था। निर्धारित समय में परीक्षा कराने के लिए जिम्मेदार संस्थान और नोडल एजेंसी का चयन भी विभाग नही कर सका है। यही कारण रहा कि प्रवेश परीक्षा की तय तारीख को टालने पड़ा था। हालांकि बाद में किसी तरह एजेंसी फाइनल करके प्रवेश परीक्षा संपन्न कराई गई पर अब काउंसिलिंग में देरी होने के कारण सत्र शुरु होने में बहुत देर होने की आशंका हैं।