पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन ने की सख्ती : अब पांच हजार रुपये बिल बकाया होने पर बिजली कनेक्शन काट दिए जाएंगे
पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन ने 10 किलोवाट या इससे अधिक लोड वाले उपभोक्ताओं के लिए नई व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागूकर दी है। अब हर माह इलाकाई एक्सईएन, एसडीओ, जेई को इनके बिल जमा कराकर रिपोर्ट भेजनी पड़ेगी। वहीं, पांच से नौ किलोवाट के बिजली उपभोक्ताओं की तादाद 94,906 है। इसमें 39,328 सिस गोमती जोन एवं 55,578 ट्रांस गोमती जोन के उपभोक्ता शामिल हैं। ऐसे उपभोक्ताओं बिल भुगतान की भी मॉनिटरिंग कराई जा रही है।
मुख्य अभियंताओं को सख्ती करने के निर्देश : मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लखनऊ के प्रबंध निदेशक भवानी सिंह खंगारौत का कहना है कि पांच हजार के बकाया पर सख्ती की जाएगी। जहां तक बड़े उपभोक्ताओं का सवाल है, तो जो 10 किलोवाट या इससे अधिक लोड के बिजली कनेक्शन लेते हैं, उनकी बिल जमा करने की क्षमता भी होती है। ऐसे में पावर कॉर्पोरेशन ने मुख्य अभियंताओं को बड़े उपभोक्ताओं से हर माह बिल की वसूली के लिए निर्देश दिए हैं।
अब पांच हजार रुपये बिल बकाया होने पर दूसरे महीने बिजली कनेक्शन काट दिए जाएंगे। वहीं, 10 किलोवाट या इससे अधिक के विद्युत लोड वाले उपभोक्ताओं पर भी अब सख्ती होगी। ऐसे उपभोक्ताओं से हर माह बिल की वसूली होगी। तय मियाद में बिल जमा नहीं करने पर इनकी भी बिजली काटी जाएगी। राजधानी में इस श्रेणी के 22,814 उपभोक्ता हैं।
राजधानी में 7 लाख छोटे बिजली उपभोक्ता हैं। इनके कनेक्शन एक से चार किलोवाट तक के लोड वाले हैं। अब ऐसे उपभोक्ताओं पर पांच हजार रुपये या इससे ज्यादा का बिल बकाया होने पर सख्ती की जाएगी। भले ही यह बकाया एक माह के बिल का हो या फिर तीन माह का। कनेक्शन काटने के दौरान नए बिल के देय तारीख तक जमा होने का इंतजार नहीं किया जाएगा। स्मार्ट मीटर लगा होने पर पांच हजार बिल पहुंचते ही ऑनलाइन ही बिजली कट जाएगी। मीटर मैनुअल होगा तो कर्मचारी उपभोक्ता की चौखट पर दस्तक देने पहुंचेंगे।
पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन ने 10 किलोवाट या इससे अधिक लोड वाले उपभोक्ताओं के लिए नई व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी है। अब हर माह इलाकाई एक्सईएन, एसडीओ, जेई को इनके बिल जमा कराकर रिपोर्ट भेजनी पड़ेगी। वहीं, पांच से नौ किलोवाट के बिजली उपभोक्ताओं की तादाद 94,906 है। इसमें 39,328 सिस गोमती जोन एवं 55,578 ट्रांस गोमती जोन के उपभोक्ता शामिल हैं। ऐसे उपभोक्ताओं बिल भुगतान की भी मॉनिटरिंग कराई जा रही है।
लेसा ट्रांस गोमती जोन के मुख्य अभियंता अनिल कुमार तिवारी ने बताया कि 10 किलोवाट या इससे अधिक लोड वाले उपभोक्ताओं को हर हाल में महीने की 15 तारीख तक बिल मुहैया कराया जाएगा। तय तारीख तक उपभोक्ता को बिल न मिलने पर बिलिंग एजेंसी एवं इलाकाई इंजीनियर जिम्मेदार माने जाएंगे। उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
जानिए 10 किलोवाट के कनेक्शन पर कितना आता है बिल : लेसा एक्सईएन के मुताबिक जिन घरों में 10 किलोवाट का घरेलू कनेक्शन होता है, उनका हर माह औसतन 20 से 25 हजार रुपये बिजली बिल आता है। पर, इतने ही किलोवाट के कॉमर्शियल कनेक्शन वालों का बिजली बिल 30 से 40 हजार रुपये बनता है।
सर्वाधिक बड़े उपभोक्ताओं वाले खंड
- खंड -- संख्या
- गोमतीनगर -- 2756
- राजभवन -- 1917
- महानगर -- 1400
- चिनहट -- 1322
- रेजीडेंसी -- 1050
- बीकेटी -- 1047