लिंक एक्सप्रेस-वे के जरिए फर्रुखाबाद को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा : एक्सप्रेसवे से फर्रुखाबाद के जुड़ने से लोग मेरठ सात की बजाय चार घंटे में पहुंच सकेंगे

गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक 12 जिलों से होकर गुजरेगा l एक्सप्रेसवे से फर्रुखाबाद के जुड़ने से लोग मेरठ सात की बजाय चार घंटे में पहुंच सकेंगे l साथ ही, प्रयागराज तक का सफर 10 घंटों से घटकर पांच घंटे का रह जाएगा। सूत्रों के द्वारा संभावना जताई जा रही है कि फर्रुखाबाद के अमृतपुर से ये लिंक रोड शुरू होगा और शाहजहांपुर के जलालाबाद के पास कोलाघाट तक पहुंचेगा। इसी जगह से लिंक एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे जुडेंगे।

लिंक एक्सप्रेस-वे के जरिए फर्रुखाबाद को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा : एक्सप्रेसवे से फर्रुखाबाद के जुड़ने से लोग मेरठ सात की बजाय चार घंटे में पहुंच सकेंगे
(सांकेतिक तस्वीर)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि फर्रुखाबाद को लिंक एक्सप्रेसवे के माध्यम से गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि संकिसा जैसे स्थान के विकास के लिए भी सरकार काम कर रही है। जनपद में स्वीकृत गंगा एक्सप्रेसवे को शाहजहांपुर से निकाले जाने के विरोध में समाजसेवी उतरे थे। विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव से पहले दिए गए नारे को दोहराते हुए कहा कि फर्रुखाबाद को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया जाएगा।

गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक 12 जिलों से होकर गुजरेगा। वहीं, एक्सप्रेसवे से फर्रुखाबाद के जुड़ने से लोग मेरठ सात की बजाय चार घंटे में पहुंच सकेंगे। साथ ही, प्रयागराज तक का सफर 10 घंटों से घटकर पांच घंटे का रह जाएगा। सूत्रों के द्वारा संभावना जताई जा रही है कि फर्रुखाबाद के अमृतपुर से ये लिंक रोड शुरू होगा और शाहजहांपुर के जलालाबाद के पास कोलाघाट तक पहुंचेगा। इसी जगह से लिंक एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे जुडेंगे।

बता दें कि गंगा एक्सप्रेसवे से फर्रुखाबाद को जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेसवे बनाने की घोषणा पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बाद में लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद कर चुके थे। लिंक एक्सप्रेसवे बनने पर फर्रुखाबाद 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा, तो यहां के लोगों को लाभ मिलेगा।

लिंक एक्सप्रेसवे के ये होंगे फायदे : गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़़ने पर फर्रुखाबाद के औद्योगिक विकास, व्यापार, कृषि, पर्यटन आदि क्षेत्रों को बढ़ावा मिलेगा। इससे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी। बता दें कि जरदोजी, दालमोट और तंबाकू उत्पादन के लिए फर्रुखाबाद की पहचान है।