मेरठ में पूर्व ब्लॉक प्रमुख के बेटे की घर में हत्या : बाइक से पहुंचे 2 युवकों ने चाय-नाश्ता किया फिर सीने में 4 गोली मारी
ग्रामीणों ने बताया कि दोनों बदमाश खुद को घिरता देखकर बाइक छोड़कर पैदल ही फायरिंग करते हुए फरार हो गए। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया है कि रंजिश के चलते हत्या हुई है। विकेंद्र दो माह पहले जेल से जमानत पर बाहर आया था।
मेरठ के बाफर गांव में पूर्व बलॉक प्रमुख राजवीरी चौधरी के बेटे विकेंद्र (40 साल) की मंगलवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। फायरिंग की आवाज सुनकर लोग दौड़े तो बदमाश खुद को घिरता देख मौके पर बाइक छोड़कर भाग निकले। परिवार का कहना है कि सुबह विकेंद्र उर्फ गौरी चौधरी अपने घर में मौजूद था। करीब 10 बजे बाइक सवार दो युवक पहुंचे। विकेंद्र के साथ चारपाई पर बैठकर चाय पी। उसके बाद दोनों बदमाशों ने पिस्टल निकालकर विकेंद्र पर गोलियां बरसा दीं। सीने में उसे चार गोलियां लगी हैं।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। विकेंद्र तीन साल पहले हुए गांव में एक हत्याकांड में आरोपी था। वह जेल में रहने के बाद डेढ़ साल से जमानत पर था। पुलिस को जांच में कुछ सुराग हाथ लगे हैं।
ग्रामीणों की पुलिस से हुई झड़प : घटना के बाद ग्रामीणों की भीड़ लग गई। पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। इसके बाद एसपी देहात केशव कुमार और एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने किसी तरह ग्रामीणों व परिजनों को समझाकर शांत कराया। एसएसपी ने आश्वासन दिया है की जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जानी थाना क्षेत्र के बाफर गांव में रहने वाले चंद्रपाल सिंह की पत्नी राजवीरी चौधरी 2015 तक जानी ब्लॉक की प्रमुख रही हैं।