लखनऊ में समीक्षा-अधिकारी की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी:सचिवालय का फर्जी नियुक्ति पत्र देकर तीन लाख रुपये ठगे

पीड़ित ने लखनऊ हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराया मुकदमा, हजरतगंज थाना पुलिस पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।

लखनऊ में समीक्षा-अधिकारी की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी:सचिवालय का फर्जी नियुक्ति पत्र देकर तीन लाख रुपये ठगे
दी। हजरतगंज थाना पुलिस पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज

लखनऊ में एक युवक से ठगों ने सचिवालय में समीक्षा अधिकारी के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर तीन लाख रुपये ठग लिए। नौकरी न मिलने पर पीड़ित ने विरोध किया तो नौकरी के नाम पर घूस देने के नाम पर जेल भिजवाने की धमकी दी। हजरतगंज थाना पुलिस पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।

हजरतगंज इंस्पेक्टर श्याम बाबू शुक्ल के मुताबिक त्रिवेणीनगर निवासी आशीष सिंह निजी कंपनी में सैल्समैन हैं। उन्होंने नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। आशीष के मुताबिक सचिवालय की तरफ काम के दौरान आने पर आरके तिवारी नाम के युवक से मुलाकात हुई। आरके तिवारी ने उसे सरकारी नौकरी दिलाने की बात कही। उसके कुछ दिन बाद सचिवालय में समीक्षा अधिकारी के पद पर भर्तियां निकली हैं। आरके तिवारी ने समीक्षा अधिकारी पद पर नौकरी दिलाने का दावा करते हुए बताया कि उसके भाई की एजेंसी को नियुक्ति कराने का ठेका मिला है। तुम्हारी नौकरी बिना इंटरव्यू के ही लगवा दूंगा। आरके तिवारी की बातों में फंस कर नौकरी के नाम पर तीन लाख रुपये देने की बात पर राजी हो गया। आरके तिवारी ने नियुक्ति पत्र मिलने के बाद रुपये देने की बात कही। जिससे उस पर भरोसा हो गया। 26 अप्रैल 2021 को आरके तिवारी ने फोन कर आशीष को सचिवालय के पास बुलाकर समीक्षा अधिकारी का नियुक्ति पत्र दिया । जिसे देखने के बाद तीन लाख रुपये दे दिए थे। जो फर्जी निकला।

सचिवालय जाने पर पता चला थमा दिया था फर्जी नियुक्ति पत्र

पीड़ित आशीष के मुताबिक नियुक्ति पत्र देने के बाद आरके तिवारी ने कोरोना की वजह से ज्वाइनिंग जुलाई में होने की बात कही। दफ्तर खुलने के बाद भी उसे ज्वाइनिंग नहीं होने पर शक हुआ। 17 अगस्त को सचिवालय जाने पर पता चला कि यह नियुक्ति पत्र फर्जी है। जिसके बाद आरके तिवारी से संपर्क किया तो पहले टालमटोल करता रहा। बाद में उल्टा घूस देने के नाम पर जेल भिजवाने की धमकी दी। ठगी की जानकारी होने हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया।