लखनऊ नगर निगम की लिफ्ट में फंसा कर्मचारी : स्टाफ ने कड़ी मशक्कत से आधे घंटे बाद निकाला, बदहवास हालत में अस्पताल में कराया भर्ती

कड़ी मशक्कत के बाद नगर निगम के कर्मचारियों ने उसको बाहर निकाला। लेकिन जब तक लिफ्ट में फंसे कर्मचारी को बाहर निकाला जाता तब तक वह बदहवास हो चुका था।

लखनऊ नगर निगम की लिफ्ट में फंसा कर्मचारी : स्टाफ ने कड़ी मशक्कत से आधे घंटे बाद निकाला, बदहवास हालत में अस्पताल में कराया भर्ती
आए दिन खराब हो जाती है लखनऊ नगर निगम की लिफ्ट, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

गुरुवार को लखनऊ नगर निगम की लिफ्ट अचानक फंस गई। जिसमें एक कर्मचारी करीब आधे घंटे तक फंसा रहा। इस दौरान उसकी तबीयत भी बिगड़ने लगी थी। कड़ी मशक्कत के बाद नगर निगम के कर्मचारियों ने उसको बाहर निकाला। लेकिन जब तक लिफ्ट में फंसे कर्मचारी को बाहर निकाला जाता तब तक वह बदहवास हो चुका था। जिसके बाद उसको आनन फानन में स्टाफ ने पास के एक अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल उसकी हालत ठीक है। वहीं, नगर निगम के कर्मचारियों ने इस पर आक्रोश व्यक्त किया है।

आए दिन खराब हो जाती है लिफ्ट : नगर निगम मात्र दो मंजिला ही है। इस लिफ्ट का उपयोग बहुत कम होता है। इसके बावजूद यह आए दिन खराब होती रहती है। लिफ्ट की हालत देखकर अधिकारी भी पैदल जाना ही उचित समझते हैं। कर्मचारियों का कहना है कि इस लिफ्ट का प्रयोग करने से सभी लोग कतराते हैं। लेकिन, कई बार मजबूरी में इसका इस्तेमाल करना पड़ता है।

कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा : कर्मचारी संघ के अध्यक्ष आनन्द वर्मा ने कहा कि नगर निगम में करोड़ों रुपए का खर्च ऐसे मदों में भी किया जाता है, जिसकी बहुत जरूरत नहीं होती है। लेकिन, एक अदद लिफ्ट को ठीक कराने के लिए नगर निगम के पास पैसे नहीं हैं। उन्होंने मांग की है कि लिफ्ट को तत्काल टेक्नीशियन बुलाकर ठीक कराआ जाए। जो भी कमियां हैं, उन्हें दुरुस्त किया जाए। अगर लापरवाही का यही आलम रहा तो किसी दिन बड़ी दुर्घटना हो सकती है।

उन्होंने कहा कि नगर निगम में दर्जनों कर्मचारी और अधिकारी काम करते हैं। इसके अलावा रोजाना सैकड़ों लोग अपने कामों को लेकर आते रहते हैं। अगर किसी दिन लिफ्ट की वजह से कोई बड़ा हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?