CM योगी ने शुरू किया निर्भया-एक पहल कार्यक्रम : 75 हजार महिलाओं को बैंकों से जोड़ा जाएगा, सस्ती दरों पर मिलेगा लोन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आज मिशन शक्ति के तीसरे चरण की शुरुआत की. सीएम ने निर्भया एक पहल कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि 75 हजार महिलाओं को राज्य के बैंकों से जोड़ा जाएगा. इसी के साथ 3 महीने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत राज्य सब्सिडी का लाभ प्राप्त होगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में मिशन शक्ति के तीसरे चरण के तहत निर्भया-एक पहल कार्यक्रम की शुरुआत की. सीएम ने कहा कि 75 हजार महिलाएं राज्य के बैंकों से जोड़ा जाएगा. महिलाओं को सस्ती ब्याज दरों पर लोन मिलेगा और 3 महीने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत राज्य सब्सिडी का लाभ प्राप्त होगा.
सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले अफरातफरी का माहौल था. परिवार अपनी बेटियों-बहनों को घर से बाहर निकालने से पहले संकोच करते थे l हमने सबसे पहले इस मुद्दे से निपटने के लिए एंटी रोमियों स्क्वॉड की शुरुआत की l अपनी पहल से हमने कई लक्षयों को हासिल किया.
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महिला कांस्टेबलों की संख्या बढ़ी : यूपी पुलिस के पास 2017 से पहले महिला कांस्टेबलों की संख्या बहुत कम थी l अब हमारे पास 30 हजार महिला कांस्टेबल हैं. महिलाएं रेडीमेड कपड़ों के काम को बढ़ावा दे सकती हैं और हम चाहते हैं कि यूपी केंद्र बने l अगर हम उन्हें आवश्यक आपूर्ति प्रदान करें तो वो वियतनाम और चीन को पीछे छोड़ देंगी.
मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन दे रही है सरकार : इससे पहले सीएम योगी ने कहा कि राज्य की पूर्ववर्ती सरकारों में रसोई गैस कनेक्शन और सिलेंडर लेना बहुत मुश्किल था, लेकिन मौजूदा सरकार गरीबों को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दे रही है l सीएम योगी ने यहां योजना भवन में प्रदेश के नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे l उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत बड़ी संख्या में पात्र परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को बिना किसी भेदभाव के आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई l स्वच्छ भारत मिशन के तहत 10 करोड़ देशवासियों को शौचालय की सुविधा सुलभ कराई गई l सीएम ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से नरेंद्र मोदी सफल और प्रभावी तरीके से देश की 125 करोड़ आबादी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं l उन्होंने वैश्विक मंच पर देश का सम्मान बढ़ाया है और विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को जाति, मत, मजहब आदि के आधार पर नहीं, बल्कि गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाओं और अंतिम पायदान के व्यक्ति को ध्यान में रखकर लागू किया है.