प्रधानमंत्री मोदी 18 से 28 दिसंबर के बीच चार बार करेंगे उत्तर प्रदेश का दौरा : 18 दिसंबर को शाहजहांपुर में रखेंगे गंगा एक्सप्रेस वे की आधारशिला

एक्सप्रेस-वे के साथ एक औद्योगिक गलियारा बनाने का भी प्रस्ताव है। एक्सप्रेस-वे से औद्योगिक विकास, व्यापार, कृषि, पर्यटन आदि क्षेत्रों को बढ़ावा मिलेगा। इससे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहन मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 से 28 दिसंबर के बीच 10 दिन में 4 बार उत्तर प्रदेश जाएंगे। पीएम मोदी 18 को शाहजहांपुर तो 21 को प्रयागराज जाएंगे। इसके बाद 23 दिसंबर को वाराणसी और 28 को कानपुर में मेट्रो का लोकार्पण करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी 18 से 28 दिसंबर के बीच चार बार करेंगे उत्तर प्रदेश का दौरा :  18 दिसंबर को शाहजहांपुर में रखेंगे गंगा एक्सप्रेस वे की आधारशिला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 से 28 दिसंबर के बीच 10 दिन में 4 बार उत्तर प्रदेश जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 से 28 दिसंबर के बीच चार बार उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे। पीएम मोदी 18 दिसंबर को शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस वे की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद 21 दिसंबर को प्रयागराज में 2 लाख महिला कर्मचारियों के कार्यक्रम में जाएंगे। फिर 23 दिसंबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी जाएंगे। 28 दिसंबर पीएम मोदी कानपुर जाएंगे और यहां कानपुर मेट्रो का लोकार्पण करेंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री मोदी 18 दिसंबर को दोपहर करीब 1 बजे उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखेंगे। देशभर में तेज गति से कनेक्टिविटी प्रदान करने संबंधी प्रधानमंत्री का विजन एक्सप्रेस-वे की प्रेरणा रही है। 594 किलोमीटर लंबा व छह लेन का एक्सप्रेस-वे 36,200 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से निर्मित किया जाएगा। मेरठ के बिजौली गांव के पास से शुरू होकर एक्सप्रेस-वे प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव तक जाएगा। यह मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा। पूरी तरह से निर्मित होने के बाद, यह राज्य के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों को जोड़ने वाला उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर शाहजहांपुर में 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी निर्मित की जाएगी, जो वायु सेना के विमानों को आपातकालीन उड़ान भरने और उतरने में सहायता प्रदान करेगी। एक्सप्रेस-वे के साथ एक औद्योगिक गलियारा बनाने का भी प्रस्ताव है। एक्सप्रेस-वे से औद्योगिक विकास, व्यापार, कृषि, पर्यटन आदि क्षेत्रों को बढ़ावा मिलेगा। इससे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

इससे पहले हाल ही में 13 दिसंबर को पीएम मोदी ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम का उद्घाटन किया था। ये परियोजना क्षेत्र 5 लाख वर्ग फुट में फैला हुआ है, जबकि पहले का परिसर सिर्फ 3000 वर्ग फुट तक सीमित था। 23 नए भवनों के निर्माण से तीर्थयात्रियों और भक्तों को अनेक सुविधाएं प्राप्त होंगी। 40 से अधिक प्राचीन मंदिरों को फिर से खोजा गया, उनका जीर्णोद्धार किया गया और उनका सौंदर्यीकरण किया गया। ये काशी विश्वनाथ कॉरिडोर करीब 339 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ है।