PWD के जूनियर इंजीनियर जेई आलोक कुमार यादव की कार ने तीन बुजुर्गों को रौंदा, तीनों की मौत
कानपुर में PWD के जूनियर इंजीनियर की कार ने सड़क से 40 फीट दूर बैठे तीन बुजुर्गों को रौंदा, तीनों की मौत l कार से बीयर की खाली बोतल बरामद हुई है। ऐसे में चालक के नशे में होने के कारण कार के अनियंत्रित होने की आशंका जताई जा रही है।
कानपुर के बिल्हौर कोतवाली इलाके के माखनपुरवा गांव में सोमवार दोपहर को लखनऊ-इटावा राजमार्ग के किनारे हुए दर्दनाक हादसे में तीन बुजुर्गों की मौत हो गई। तीनों सड़क से करीब 40 फीट दूर पेड़ के नीचे छांव में बैठकर आम के बाग की रखवाली कर रहे थे। तभी सीतापुर की ओर जा रही क्रेटा कार ने तीनों को कुचल दिया।
इसके बाद कार भी एक खेत में जाकर पलट गई। हादसे में चालक घायल हो गया। कार से बीयर की खाली बोतल मिली है, जिससे चालक के नशे में होने की आशंका जताई जा रही है।
कार (यूपी-42 बीसी-9033) सीतापुर में पीडब्ल्यूडी में जेई आलोक कुमार यादव की बताई जा रही है।
गाड़ी को ड्राइवर अयोध्या महराजगंज दुर्गापुर रामपुरवा निवासी अजीत कुमार पांडेय चला रहा था। वह आलोक के दोस्त पीडब्ल्यूडी में जेई शैलेंद्र कटियार के बच्चों को छोड़ने कानपुर देहात के सिकंदरा गया था। वहां से सीतापुर लौटते समय हादसा हो गया।
मरने वाले माखनपुरवा गांव के अहिबरन सिंह (65), टीकापुरवा गांव के घसीटे (60) और ग्राम प्रधान जयसिंह यादव के बड़े भाई सुरेंद्र सिंह (60) हैं। ग्राम प्रधान के मुताबिक तीनों सड़क से काफी दूर बैठे थे। तभी कार उन्हें रौंदते हुए खेत में जाकर पलट गई। हादसे में चालक घायल हो गया। उसे सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
कार से बीयर की खाली बोतल बरामद हुई है। ऐसे में चालक के नशे में होने के कारण कार के अनियंत्रित होने की आशंका जताई जा रही है। उधर, दुर्घटना की सूचना मिलते ही कई गांवों के सैकड़ों लोग मौके पर एकत्र हो गए और हंगामा करने लगे।
भीड़ जुटने से लखनऊ-इटावा राजमार्ग पर एक किलोमीटर लंबा जाम लग गया। ककवन व अरौल सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। भीड़ को समझा-बुझाकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने चालक के खिलाफ गैरइरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है।