यूपी एटीएस ने मानव तस्करी के मामले में 4 लोगों को किया गिरफ्तार, म्यांमार और बाांग्लादेश के नागरिकों को देते थे फर्जी भारतीय पासपोर्ट

एडीजी कानून और व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि ये लोग मुस्लिम नामों को हिंदू नाम में बदलकर कर फर्जी भारतीय पासपोर्ट देते थे l फिर विदेशों में भेजते थे l

यूपी एटीएस ने मानव तस्करी के मामले में 4 लोगों को किया गिरफ्तार, म्यांमार और बाांग्लादेश के नागरिकों को देते थे फर्जी भारतीय पासपोर्ट
यूपी ATS की टीम ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया (सांकेतिक तस्वीर)

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर म्यांमार और बाांग्लादेश के नागरिकों को अवैध रूप से भारत लाकर उनके आधार कार्ड व पासपोर्ट बनवाकर मानव तस्करी करने वाले एक गिरोह के चार आरोपियों को यूपी एटीएस (UP ATS) की टीम ने गिरफ्तार किया है. एटीएस ने मंगलवार को दीन दयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन से 4 लोगों को गिरफ्तार किया l एडीजी कानून और व्यवस्था प्रशांत कुमार ने इसकी जानकारी दी.

प्रशांत कुमार ने बताया कि हमें जानकारी मिली कि एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह मानव तस्करी कर रहा है. वे बांग्लादेशी और म्यांमार के नागरिकों को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने में मदद करते हैं और बाद में उन्हें जाली दस्तावेज बनाकर भारतीय के रूप में पेश करते हैं. उन्होंने मुस्लिम नामों को बदलकर हिंदू नाम कर दिया और उसी के आधार पर पासपोर्ट जैसे दस्तावेज बनाकर उन्हें भारतीय पासपोर्ट पर विदेशों में भेज दिया और उनसे भारी मात्रा में पैसा वसूल किया.

4 लोगों में से एक व्यक्ति पश्चिम बंगाल का रहने वाला : इतना ही नहीं इन लोगों ने अपना असली नाम छुपा कर हिन्दू नामों से दस्तावेज बनवा रखे थे. एडीजी कानून और व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए 4 लोगों में से एक व्यक्ति मिथुन नाम का पश्चिम बंगाल का है जो एक ट्रैवल एजेंसी चलाता है और 3 अन्य बांग्लादेशी हैं. बांग्लादेशियों की पहचान शाओन अहमद (बांग्लादेशी), पिंटू दास (फर्जी नाम), मोमिनुर इस्लाम (बांग्लादेश), रोमी पाल (फर्जी नाम), मेहंदी हसन (बांग्लादेशी) और बापी राय (फर्जी नाम) के रूप में हुई है.

पासपोर्ट, आधार समेत कई दास्तावेज किए बरामद : कुमार ने कहा कि हमने 5 मोबाइल फोन, 3 पासपोर्ट, 4 आधार कार्ड, 12 एटीएम कार्ड, 1 पैन कार्ड, वोटर आईडी भी बरामद किए हैं. वहीं आरोपियों पर केस दर्ज कर आगे की जांच जारी है.