यूपी चुनाव 2022 : औरैया के बिधूना से बीजेपी विधायक विनय शाक्य ने भी दिया इस्तीफा
विनय शाक्य ने गुरुवार को यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भेजे इस्तीफे में कहा है कि भाजपा सरकार द्वारा 5 वर्ष के कार्यकाल में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं व जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं दी गई और ना उन्हें उचित सम्मान दिया गया।
उत्तर प्रदेश स्थित औरैया के बिधूना से भारतीय जनता पार्टी के विधायक विनय शाक्य ने भी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने भी स्वामी प्रसाद मौर्य को अपना समर्थन दिया है। दो दिन पहले विनय शाक्य की बेटी रिया शाक्य ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि उनके पिता का चाचा ने अपहरण कर लिया है।
विनय शाक्य ने गुरुवार को यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भेजे इस्तीफे में कहा है कि भाजपा सरकार द्वारा 5 वर्ष के कार्यकाल में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं व जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं दी गई और ना उन्हें उचित सम्मान दिया गया।
दो बार विनय शाक्य रह चुके विधायक : बिधूना सीट से विनय शाक्य दो बार विधायक रह चुके हैं। वर्ष 2012 में एमलएसी रहते हुए विनय ने अपने भाई देवेश शाक्य को चुनाव लड़वाया था। हलांकि देवेश चुनाव नहीं जीते। इधर उनकी पुत्री रिया अब विधायक पिता की विरासत संभालने में जुटी थी। बेटी भाजपा से ही चुनाव लड़ना चाहती है।
बेटी ने किया विधायक पिता के अपहरण का दावा : वीडियो में विधायक की पुत्री रिया ने बताया कि उनके पिता विनय शाक्य दो वर्ष से ब्रेन ट्यूमर की बीमारी से जूझ रहे है। उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं, सोचने समझने की शक्ति भी कम हो गई है। ऐसी हालात में घर वालों को बिना बताए चाचा और दादी उन्हें कहीं लेकर चले गए। रिया ने प्रदेश सरकार से उनका पता लगवाए जाने और परिवार के लोगों से मिलाए जाने की भी गुहार लगाई है। वहीं विधायक के भाई देवेश शाक्य ने बताया कि वायरल वीडियो एक राजनीति स्टंट है। विधायक विनय शाक्य उनके सगे भाई हैं और मां भी उनके साथ ही है।