मायावती करेंगी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों का पहला चुनावी सम्मेलन, लखनऊ में बसपा का ब्राह्मण सम्मेलन आज
पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की अगुवाई में किए गए ये सम्मेलन चार सितंबर तक बाकी जिलों में संपन्न हो गए हैं l मंगलवार को इस चरण का आखिरी सम्मेलन आज लखनऊ में होगा जिसे मायावती संबोधित करेंगी l
यूपी के कई जिलों में चल रहे बसपा के ब्राह्मण सम्मेलनों का आज लखनऊ में समापन होगा l ब्राह्मण सम्मेलनों के समापन कार्यक्रम से ही बसपा प्रमुख मायावती चुनावी शंखनाद भी करने जा रही हैं l बसपा की ओर से बताया गया कि सभी 75 जिलों के सम्मेलन कोऑर्डिनेटरों को उनकी टीम के साथ बुलाया गया है l विधानसभा चुनाव 2022 में ब्राह्मणों को साधने के लिए बसपा ने ब्राह्मण सम्मेलनों का पूरे प्रदेश में आयोजन किया है.
पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की अगुवाई में किए गए ये सम्मेलन चार सितंबर तक बाकी जिलों में संपन्न हो गए हैं l मंगलवार को इस चरण का आखिरी सम्मेलन आज लखनऊ में होगा जिसे मायावती संबोधित करेंगी l
23 जुलाई से शुरू हुए इस चरण का 45 दिन बाद समापन हो रहा है l प्रदेश मुख्यालय स्थित पार्टी कार्यालय पर इस सम्मेलन की तैयारियां जोरशोर से की जा रही हैं l चूंकि इसमें सभी जिलों में हुए बसपा ने ब्राह्मण सम्मेलनों के कोआर्डिनेटर अपनी टीम के साथ बुलाए गए हैं खासी भीड़ रहने वाली है l लखनऊ यूनिट पर सम्मेलन की जिम्मेदारी है.
मायावती विधानसभा चुनाव का करेंगी शंखनाद : सम्मेलन के साथ ही मायावती विधानसभा चुनाव में अपनी तैयारियां का शंखनाद भी करेंगी. यह उनका विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों का पहला चुनावी सम्मेलन है l इसी से वह एलान करेंगी कि बसपा ने चुनावी रण में ताल ठोंक दी है l सम्मेलन इसलिए भी अहम माना जा रहा है कि ब्राह्मण अचानक सभी दलों के केंद्र में आ गए हैं l इसकी शुरुआत बसपा के इन्हीं सम्मेलनों से हुई और उसके बाद दूसरे दलों ने भी इसकी शुरुआत की.
पार्टियां किसी ब्राह्मण को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाएं : कांग्रेस
वहीं कांग्रेस ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बाद अब बीजेपी ब्राह्मणों को रिझाने के लिए सम्मेलन आयोजित किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है l कांग्रेस ने कहा कि इन पार्टियों को अगर ब्राह्मणों से इतना ही लगाव है तो वे उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में किसी ब्राह्मण को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाएं.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक ललन कुमार ने यहां कहा कि ब्राह्मणों को रिझाने के लिए बीजेपी जगह-जगह प्रबुद्ध सम्मेलन कर रही है l वहीं, इससे पहले बसपा ने भी जगह-जगह ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन शुरू किया है.
उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, ‘अगर बीजेपी, बसपा के साथ सपा को भी ब्राह्मणों से इतना ही प्यार है तो वह उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में किसी ब्राह्मण को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर क्यों नहीं पेश करतीं.’
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की गहमागहमी शुरू होने के बीच बसपा ने ब्राह्मणों को अपने पाले में लाने की योजना के तहत 23 जुलाई से अयोध्या से जगह-जगह ब्राह्मण सम्मेलनों की श्रृंखला शुरू की थी जो आज सपन्न हो रही है l उधर, बीजेपी ने भी ब्राह्मणों को रिझाने के लिए प्रबुद्ध सम्मेलनों का आयोजन शुरू किया है l सपा ने भी 23 अगस्त से प्रबुद्ध सम्मेलन आयोजित करना शुरू किया है.