कानपुर में माध्यमिक स्कूलों में छात्रों का ज्ञान बढ़ाएंगे आईआईटियन : पहले चरण में एक हजार स्कूल लिए जाएंगे
कानपुर में माध्यमिक स्कूलों में छात्रों का आईआईटियन ज्ञान बढ़ाएंगे। नौवीं, दसवीं कक्षा के छात्रों को ऑनलाइन हर दिन दो पीरियड पढ़ाएंगे। पहले चरण में कानपुर, लखनऊ, गोरखपुर में व्यवस्था शुरू हो रही।
कानपुर : प्रदेश भर के माध्यमिक स्कूलों के छात्र-छात्राओं का ज्ञान बढ़ाने के लिए आईआईटियंस और शिक्षाविद् आगे आए हैं। वह ऑनलाइन हर दिन दो पीरियड पढ़ाएंगे। उन्हें गणित के सूत्र और विज्ञान के सिद्धांतों को आकर्षक तरीके से समझाएंगे, जिससे की भविष्य में उन्हें इंजीनियरिंग, मेडिकल और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में कामयाबी मिल सके।
इसकी शुरुआत कानपुर, लखनऊ और गोरखपुर के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों से की जा रही है। यह कार्यक्रम शिक्षा विभाग, आईआईटी में स्थित रंजीत सिंह रोजी शिक्षा केंद्र और उन्नत भारत अभियान के सहयोग से शुरू हो रहा है। हर हफ्ते ऑनलाइन परीक्षा और कई तरह के प्रतियोगिताएं भी होंगी। शिक्षा विभाग की ओर से ऑनलाइन पढ़ाई के लिए दो कक्षाओं को स्मार्ट क्लास रूम में तबदील किया जा रहा है।
सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था को और भी अधिक बेहतर और मनोरंजक बनाने की कवायद है। सबसे पहले शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। आईआईटी कानपुर में बने रंजीत सिंह रोगी शिक्षा केंद्र से उनके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार हुए हैं।
यह कार्यक्रम आईआईटी के भौतिकविद् पद्मश्री प्रो. एचसी वर्मा, मैटेरियल साइंस इंजीनियरिंग के प्रो. संदीप संगल, प्रो. सुधांशु शेखर, प्रो. अर्क वर्मा, उन्नत भारत अभियान की जिला संयोजक व रंजीत सिंह रोजी शिक्षा केंद्र की प्रभारी डॉ. रीता सिंह और अन्य विशेषज्ञों की ओर से तैयार किया गया है। अब तक 35 पीएचडी के छात्र भी जुड़ चुके हैं, जो कि हर दिन फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और मैथ्स की कक्षाएं टाइम टेबल के अनुरूप ले रहे हैं।
पहले चरण में एक हजार स्कूल लिए जाएंगे : डॉ. रीता सिंह ने बताया कि पहले चरण में प्रदेश भर के माध्यमिक के एक हजार स्कूल लिए जा रहे हैं। शिक्षा विभाग जहां जहां स्मार्ट क्लासरूम तैयार कर रहा है, वहां कक्षाएं शुरू हो गई हैं। कानपुर में बिठूर के रामजानकी इंटर कॉलेज और लखनऊ में सरोजनी नगर स्थित सैनिक स्कूल में क्लास चालू हो गई है। गोरखपुर के चंपादेवी माध्यमिक स्कूल में जल्द ही कक्षाएं लगने लगेंगी। दूसरे चरण में 11वीं और फिर 12 वीं के छात्रों के लिए कक्षाएं आयोजित होंगी। पीरियड का निर्धारण शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश भर के लिए किया जाएगा।
कक्षाएं हो रहीं रिकार्ड, छात्र कर सकते अभ्यास : ऑनलाइन की सभी कक्षाएं रिकार्ड की जा रही हैं। छात्र बाद में अभ्यास भी कर सकते हैं। स्टेट काउंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग की ओर से कक्षाओं को वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। शिक्षकों के लिए भी कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है। शोधार्थियों के अलावा पद्मश्री प्रो. एचसी वर्मा और अन्य फैकल्टी भी विशेष क्लास लेंगे। यह किताबों से संबंधित विषयों की जानकारी जीवन में हर दिन होने वाली गतिविधियों से देंगे, जिससे छात्र रटने की बजाय उसे अच्छी तरह से सीख सकेंगे।