जल संरक्षण के लिए 1090 चौराहे पर जल शक्ति मंत्री के साथ उमड़ा स्कूली बच्चों का सैलाब
लखनऊ से शुरू हुई जल मैराथन 20 को पहुंचेगी बांदा : जल मैराथन लखनऊ से रायबरेली, फतेहपुर होते हुए 20 जुलाई को बांदा पहुंचेगी। इस दौरान जहां-जहां जल मैराथन पहुंचेगी वहां ग्राम पंचायत स्तर पर जल चौपाल आयोजित की जाएंगी और लोगों को जल संरक्षण का महत्व बताया जाएगा।
मुख्य बातें
- जल शक्ति मंत्री के साथ कदम से कदम मिलाकर लिया जल बचाने का संकल्प, भूजल सप्ताह का हुआ शुभारंभ
- जल जागरूकता के माहौल के बीच स्वयंसेवी संस्थाओं और स्कूली बच्चों ने हाथों में जल संरक्षण के पोस्टर लेकर दिया जल बचाने का संदेश, नुक्कड़ नाटक भी हुए
- सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा हुए बच्चों के साथ जल शक्ति मंत्री ने जल जागरूकता के लिये लगाई दौड़
- गोमती रिवर फ्रंट पर स्कूली बच्चों, एनसीसी कैडेटों, स्काउट गाइड के बच्चों और स्वंसेवी संस्थाओं ने बनाई जल बचाने के लिए मानव श्रृंखला
- जल शक्ति मंत्री ने लखनऊ से बांदा के लिए 'जल मैराथन' को दिखाई हरी झण्डी
- राज्य में पूरे सप्ताह जल संरक्षण की जागरूकता के लिए होंगे विभिन्न आयोजन, गांव-गांव में लगेंगी जल चौपाल, परिचर्चा और संवाद होंगे
लखनऊ : भूजल संरक्षण के लिए 1090 चौराहे पर रविवार सुबह स्कूली बच्चों का सैलाब उमड़ा। सभी ने जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के साथ कदम से कदम मिलाकर जल बचाने का संकल्प लिया। 'जन-जन ने ठाना है, पानी को बचाना है' और 'ये संकल्प निभाना है, हर एक बूंद बचाना है' जैसे जल संचयन और संरक्षण के नारे भी लगाए। जल जागरूकता के माहौल के बीच स्वयंसेवी संस्थाओं और स्कूली बच्चों ने हाथों में जल संरक्षण के पोस्टर लेकर जल बचाने का संदेश दिया। इस मौके पर जल बचाने के लिए नुक्कड़ नाटक भी हुए। गोमती रिवर फ्रंट पर स्कूली बच्चों, एनसीसी कैडेटों, स्काउट गाइड के बच्चों और स्वंसेवी संस्थाओं ने जल बचाने के लिए मानव श्रृंखला बनाई। वो स्कूली बच्चों के साथ जल जागरूकता के लिये दौड़ लगाते भी दिखे। जल शक्ति मंत्री ने यहां से लखनऊ से बांदा के लिए 'जल मैराथन' को हरी झण्डी भी दिखाई।
राजधानी के 1090 चौराहे से रविवार सुबह भूजल सप्ताह का शुभारंभ जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने किया। यह कार्यक्रम भुगर्भ जल विभाग की ओर से आयोजित किया गया । इस दौरान जल शक्ति मंत्री कार्यक्रम में मानव श्रृंखला बनाने में जुटे स्कूली बच्चों, एनसीसी कैडेटों, स्काउट गाइड के बच्चों और स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्यों से मिले। बच्चों के बीच पहुंचकर उन्होंने जल संरक्षण और संचयन के नारे भी लगाए और स्कूली बच्चों को जल संचयन और संरक्षण का महत्व भी बताया। बच्चों ने उनके साथ 'घर का पानी घर में, खेत का पानी खेत में' नारे को भी दोहराये। कार्यक्रम में जल जागरूकता के माहौल के बीच स्वयंसेवी संस्थाओं और स्कूली बच्चों ने गोमती रिवर फ्रंट मार्ग तक जल जागरूकता पदयात्रा भी निकाली। कार्यक्रम में भुगर्भ जल विभाग के निदेशक वी. के. उपाध्याय समेत विभाग के समस्त अधिकारी भी मौजूद रहे।
जल शक्ति मंत्री ने जल जागरूकता के लिए इकट्ठा हुए बच्चों के साथ लगाई दौड़ : जल शक्ति मंत्री ने भूजल सप्ताह के शुभारंभ पर 1090 चौराहे पर इकट्ठा हुए विभिन्न स्कूली बच्चों के साथ दौड़ लगाई और बच्चों को जल बचाने का संदेश भी दिया। स्कूली बच्चे भी कदम से कदम मिलाकर जल शक्ति मंत्री के साथ दौड़े। जल शक्ति मंत्री ने साइकिल पर जल जागरूकता के लिए निकली संस्थाओं के सदस्यों को हरी झण्डी दिखाई। एनसीसी के बच्चों से मिले। सीएमएस की छात्रा अराध्या और कई अन्य छात्र-छात्राओं को जल बचाने का संदेश भी दिया।
सरकार, संगठन और समाज के प्रयासों से संवर रहा कल: स्वतंत्र देव सिंह : जल शक्ति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आने के बाद से देश में स्वच्छता के साथ जल संरक्षण भी जन आंदोलन बन चुका है। उन्होंने कहा कि आज जल प्रबंधन के लिए जो काम हो रहे हैं पिछले 70 सालों में नहीं हुए। उन्होंने कहा कि सरकार, संगठन और समाज आज जिस तरह से जल संरक्षण और संचयन के लिए जुटे हैं। पोखर, तालाब और चैक डैम बनाए जा रहे हैं उससे आने वाले 200 सालों के लिए जल संरक्षण संभव हो सकेगा। उन्होंने कार्यक्रम में जन-जन से जल बचाने का आग्रह किया। पानी की बर्बादी नहीं करने और जल को सुरक्षित करने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि आइये, हम सब मिलकर यह संकल्प ले कि प्रदेश के हर गांव, हर शहर हर जनपद में भूजल के स्रोतों के सुरक्षा, संरक्षण एवं इसका दुरूपयोग रोकने तथा बारिश की हर बूंद को बचाने एवं संरक्षित करने का प्रयास करेगें।
लखनऊ से शुरू हुई जल मैराथन 20 को पहुंचेगी बांदा : जल मैराथन लखनऊ से रायबरेली, फतेहपुर होते हुए 20 जुलाई को बांदा पहुंचेगी। इस दौरान जहां-जहां जल मैराथन पहुंचेगी वहां ग्राम पंचायत स्तर पर जल चौपाल आयोजित की जाएंगी और लोगों को जल संरक्षण का महत्व बताया जाएगा।
पल्लव शर्मा
सीनियर पत्रकार