“चेतना के पंख” पुस्तक : कवयित्री डॉ. सुमन सुरभि की कृति 'चेतना के पंख' (गीत संग्रह) का हुआ विमोचन

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि आईएएस अरुण कुमार सिन्हा व कार्यक्रम के अध्यक्ष उदय प्रताप, विशिष्ट अतिथि डॉ. शिव ओम अम्बर, मुख्य वक्ता डॉ. अशोक अज्ञानी, शिव मंगल सिंह मंगल, डीएम कटियार व डॉ सुमन सुरभि ने दीप प्रज्जवलन कर किया।

“चेतना के पंख” पुस्तक : कवयित्री डॉ. सुमन सुरभि की कृति 'चेतना के पंख' (गीत संग्रह) का हुआ विमोचन
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लखनऊ। कवयित्री डॉ. सुमन सुरभि की कृति 'चेतना के पंख' (गीत संग्रह ) का विमोचन व परिचर्चा कार्यक्रम आज चांसलर क्लब में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि आईएएस अरुण कुमार सिन्हा व कार्यक्रम के अध्यक्ष उदय प्रताप, विशिष्ट अतिथि डॉ. शिव ओम अम्बर, मुख्य वक्ता डॉ. अशोक अज्ञानी, शिव मंगल सिंह मंगल, डीएम कटियार व डॉ सुमन सुरभि ने दीप प्रज्जवलन कर किया।

इस अवसर पर अतिथियों का सम्मान अंगवस्त्र, माल्यार्पण, प्रतीक चिन्ह व बैज लगाकर किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने कृति चेतना के पंख पर विस्तार से चर्चा करते हुये कहा कि पुस्तक चेतना के पंख वास्तव में एक धरोहर व समाज के लिए लोकोपकारी सिद्ध होगी। मुख्य वक्ता डॉ. शिव ओम अम्बर ने हिंदी साहित्य के शब्दों का गूढ़ अर्थ की विस्तार से चर्चा की व डॉ. अशोक अज्ञानी ने पुस्तक के गीतों की व्याख्या की। जबकि मुख्य अतिथि

अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि यह कृति वास्तव में एक सूक्ति का कार्य करेगी जो समाज हित में है। पुस्तक का हर गीत वास्तव में पठनीय है। अंत में कवयित्री डॉ सुमन सुरभि ने सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. नीलम रावत, डॉ. गोविंद गजब उत्कर्ष उत्तम, प्रतिभा गुप्ता, आवारा नवीन, उत्तम सोनी सागर, रेनू द्विवेदी व अजय प्रसून सहित अन्य तमाम साहित्य प्रेमी मौजद रहे

डॉ. सुमन सुरभि की कृति का लोकार्पण

लखनऊ। आशियाना स्थित चांसलर क्लब में रविवार को कवयित्री डॉ. सुमन सुरभि के गीत संग्रह 'चेतना के पंख' का लोकार्पण हुआ। कृति पर परिचर्चा के दौरान वरिष्ठ कवि डॉ. शिवओम अंबर ने कहा कि डॉ. सुमन की रचनाएं हमें सकारात्मकता का संदेश देती हैं। अध्यक्षता हिंदी संस्थान के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह ने की। वरिष्ठ साहित्यकार शिवमंगल सिंह मंगल, पूर्व आईएएस अधिकारी अरुण सिन्हा और डॉ. अजय प्रसून ने भी संबोधित किया। संचालन वरिष्ठ कवि डॉ. अशोक अज्ञानी ने किया। मनीष मगन, प्रतिभा गुप्ता, अनीता श्रीवास्तव, बेअदब लखनवी और गोविंद गजब आदि मौजूद रहे।