लोकबंधु अस्पताल लखनऊ : ढाई महीने से सैलरी न मिलने से नाराज वार्ड और नर्सिंग स्टॉफ ने अस्पताल गेट पर प्रदर्शन शुरू किया

आरोप है कि ढाई महीने से नर्सिंग स्टॉफ को सैलरी नहीं मिली है। वंशिका कंपनी की तरफ से अस्पताल में वार्ड बॉय और नर्सिंग स्टॉफ लगाए गए हैं। वे 21 अगस्त से कर्मचारी अपनी पीड़ा को लेकर अस्पताल प्रशासन से गुहार लगा रहे थे।

लोकबंधु अस्पताल लखनऊ :  ढाई महीने से सैलरी न मिलने से नाराज वार्ड और नर्सिंग स्टॉफ ने अस्पताल गेट पर प्रदर्शन शुरू किया
कर्मचारी गेट के पास फर्श पर बैठकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।

राजधानी लखनऊ स्थित लोकबंधु राजनरायन अस्पताल में नर्सिंग स्टॉफ काम छोड़कर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। आरोप है कि ढाई महीने से नर्सिंग स्टॉफ को सैलरी नहीं मिली है। वंशिका कंपनी की तरफ से अस्पताल में वार्ड बॉय और नर्सिंग स्टॉफ लगाए गए हैं। वे 21 अगस्त से कर्मचारी अपनी पीड़ा को लेकर अस्पताल प्रशासन से गुहार लगा रहे थे।

लेकिन अस्पताल प्रशासन ने नौकरी से निकलने का फरमान जारी कर दिया। इससे कर्मचारियों में गुस्सा और बढ़ गया है। कर्मचारी अस्पताल कैंपस के बाहर मेन गेट पर जमीन पर बैठक नारेबाजी और मांग पूरी किए जाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।

अस्पताल की निदेशक समझाने पहुंचीं : आंदोलन कर रहे स्टॉफ का कहना है कि हम दूसरी लहर के कठिन दौर में कोविड अस्पताल में आए। लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी अब तक हमें सैलरी नहीं मिल पाई। हम घर का किराया तक दे पाने में असमर्थ हैं, हमारा खुद का खर्चा नहीं चल पा रहा है। आश्वासन से पेट नहीं भरता है। सैलरी आने पर ही काम शुरू होगा। अस्पताल की निदेशक डॉ. दीपा त्यागी स्टॉफ को समझाने पहुंची हैं।

NHM से कंपनी को होना है पेमेंट : अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने भास्कर को बताया कि इसी साल जून माह में करीब 50 मेडिकल स्टॉफ सीएमओ ऑफिस से लोकबंधु अस्पताल को मिले थे। हमारी तरफ से समय रहते सभी फॉर्मेलिटी पूरी कर ली गई थी। राष्ट्रीय हेल्थ मिशन (NHM) द्वारा निजी कंपनी वंशिका को पेमेंट होना है, तभी इनके खाते में सैलरी आएगी।

बैंक से जुड़े कुछ तकनीकी कारणों से इन्हें अब तक सैलेरी नहीं मिल सकी है, पर जल्द ही सैलरी आ जाएगी। सभी को समझा दिया गया है। निकाले जाने का सवाल ही नहीं उठता। सभी स्टॉफ हमारे काम करने वाले हैं।

सात दिन में मिल जाएगी सैलरी : वंशिका एचआर सर्विस प्रोवाइडर कंपनी के एजीएम अमरेंद्र सिंह ने कहा, कुल 74 कर्मचारियों से जुड़ा मामला है। पहले सीएमओ ऑफिस में स्ट्राइक फिर सीएमओ के ट्रांसफर होने से थोड़ा देरी हुई। सभी बिल पर साइन कराकर भेज दिया गया है। हर हाल में 7 दिन के अंदर सैलरी मिल जाएगी।