BJP Ahead By 20 Thousand Votes In Ram Mandir Seat : राम मंदिर सीट पर भाजपा 20 हजार वोटों से आगे, रुदौली भाजपा 35 हजार वोटों से जीती, मिल्कीपुर में सपा जीती
अयोध्या जनपद की 5 सीटों में अयोध्या, रुदौली और बीकापुर में भाजपा बढ़त बनाए हुए है। मिल्कीपुर में समाजवादी पार्टी ने भाजपा प्रत्याशी को 12 हजार वोटों से शिकस्त दी है। उधर, रुदौली में भाजपा के रामचंद्र 35 हजार वोटों से चुनाव जीत चुके हैं।....
अयोध्या में इस बार फिर भगवा लहराता दिख रहा है। यहां 5 विधानसभा सीटें हैं। रामजन्म भूमि वाली अयोध्या सदर में भाजपा के उम्मीदवार वेदप्रकाश गुप्ता 20 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। वेदप्रकाश को 81816 वोट मिले हैं, जबकि सपा के तेजनारायण उर्फ पवन पांडे को 61439 वोट मिले हैं। वोटों की गिनती अभी जारी है। पहले ही चरण से पवन पिछड़ गए हैं। वोटों का फासला भी लगातार बढ़ता जा रहा है।
अयोध्या जनपद की 5 सीटों में अयोध्या, रुदौली और बीकापुर में भाजपा बढ़त बनाए हुए है। मिल्कीपुर में समाजवादी पार्टी ने भाजपा प्रत्याशी को 12 हजार वोटों से शिकस्त दी है। उधर, रुदौली में भाजपा के रामचंद्र 35 हजार वोटों से चुनाव जीत चुके हैं।
देश की सियासत की रंगत बदलने वाली रामनगरी अयोध्या का सियासी रंग 2012 को छोड़कर तीन दशक से भगवा ही रहा है। यहां भाजपा का विजय रथ 1991 से शुरू हुआ था, जो 2012 तक जारी रहा। सपा के तेज नारायण पांडेय ने ये विजय रथ रोका था। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के वेद प्रकाश गुप्ता ने तेज नारायण को हराकर फिर अयोध्या को भगवा कर दिया था।
जो 'राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे' को अयोध्या ने शिरोधार्य किया। यहां भाजपा उम्मीदवार को एकतरफा जीत मिली। शुरूआती दौर में यहां राम मंदिर सड़क के चौड़ीकरण के लिए लोगों की नाराजगी बड़ा मुद्दा था। चुनाव से ऐन पहले भाजपा नेताओं ने व्यापारियों को समझाया और उन्हें विस्थापन का पूरा भरोसा दिलाया।
संतों ने भी अपने-अपने अनुयायियों से नाराजगी भूलकर भाजपा के पक्ष में वोट देने के लिए मनाया। संतों ने कहा कि अयोध्या हिन्दुत्व की नाक है। हिन्दुत्व की रक्षा के लिए हर हाल में अयोध्या को बचाना जरूरी है l
चुनाव के दौरान मौर्य ने व्यापारियों से बात की : अयोध्या में भाजपा की स्थिति बहुत खराब थी। डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने चुनाव के दौरान नाराज व्यापारियों से बात की। आरएसएस ने भी अयोध्या को नाक का सवाल बनाया और पूरी ताकत झोंक दी। कहा गया कि हर हाल में अयोध्या को बचाना होगा। पूरी दुनिया में अयोध्या ही हिन्दुत्व का केंद्र है l
ध्रुवीकरण का फायदा भाजपा को : अयोध्या में 95% मुस्लिम वोटर सपा और एआईएमआईएम में बंटे हैं। यादवों का एक भी वोट नहीं कटा। ब्राह्मण, ठाकुर समेत बाकी हिंदू वोटर भाजपा के पाले में हैं। सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का फायदा भी भाजपा को मिला। जमीन अधिग्रहण, रोजगार और बदलाव जैसे मुद्दे भी अधिक असरदार नहीं रहे।