शहर के आउटर क्षेत्र में मिला मृत तेंदुआ:प्रतापपुर गांव के खेतों में मिला शव, ग्रामीणों में दहशत, नवंबर में शहर में देखे गए तेंदुए की होने की आशंका

नवंबर के महीने में नवाबगंज क्षेत्र के वीएसएसडी कॉलेज के परिसर में लगे सीसीटीवी में एक तेंदुए को परिसर में घूमते हुए कैद किया था। इसके बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल था। लेकिन यह तेंदुआ अचानक से लापता हो गया था।

शहर के आउटर क्षेत्र में मिला मृत तेंदुआ:प्रतापपुर गांव के खेतों में मिला शव, ग्रामीणों में दहशत, नवंबर में शहर में देखे गए तेंदुए की होने की आशंका
प्रतापपुर गांव के खेतों में मिला शव

कानपुर : शहर के आउटर सचेंडी थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब वहां के ग्रामीणों को खेतों में तेंदुआ दिखा। हालांकि तेंदुआ मृत था लेकिन ग्रामीणों ने उसे घायल समझ कर ईटों से पथराव किया जब तेंदुआ हिला नहीं तब ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।

कहां और किस हालत में मिला तेंदुआ :  सचेंडी में सुबह प्रतापपुर गांव में बने न्यू चौहान ढाबा के किनारे मृत हालत में तेंदुआ मिला। खेत में मरा हुआ तेंदुआ देख कर ग्रामीणों ने पुलिस को फोन किया। पुलिस ने शुरुआती जांच में आशंका जताई है की इस तेंदुआ को खेत में मार कर फेंक दिया होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि हो सकता है कि यह तेंदुआ घायल अवस्था में किसी तरह यहां पहुंचा हो और उसने दम तोड़ दिया हो।

पोस्टमार्टम के बाद मौत का कारण पता लगेगा : सचेंडी थाना प्रभारी ने बताया, जांच में तो ऐसा कुछ संदिग्ध अभी तक नहीं पाया गया है। अगर किसी ने तेंदुए को मार कर फेंका है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। हम लोग हाईवे की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे है। साथ ही गांव में भी पूछताछ जारी है। तेंदुए की मौत का कारण पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद साफ हो जाएगी।

नवंबर महीने में शहर में देखे गए तेंदुए की होने की आशंका : आपको बता दें नवंबर के महीने में नवाबगंज क्षेत्र के वीएसएसडी कॉलेज के परिसर में लगे सीसीटीवी में एक तेंदुए को परिसर में घूमते हुए कैद किया था। इसके बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल था। लेकिन यह तेंदुआ अचानक से लापता हो गया था। जिसकी तलाश में जुटी वन विभाग की टीम और आगरा से आई टीम ने भी कई दिनों तक शहर में डेरा डाल रखा था। शुक्रवार को अचानक से तेंदुए के शव मिलने से पुलिस और वन विभाग के लोग यह भी आशंका जता रहे है की हो सकता है इतने दिनों तक तेंदुआ ग्रामीण इलाकों में छिपा हो और बीमार हो गया हो।